2016-17 की चौथी तिमाही की तुलना में 2017-18 की समान अवधि में प्रमुख दवा कंपनी डॉ रेड्डीज (Dr Reddys) के मुनाफे में 3.3% की गिरावट दर्ज की गयी।
कंपनी के सबसे बड़े बाजार अमेरिका में मूल्य निर्धारण दबाव का सामना करने के काऱण इसका लाभ घटा है। कंपनी का मुनाफा 312.5 करोड़ रुपये से घट कर 302.2 करोड़ रुपये रह गया, जबकि जानकारों ने 379 करोड़ रुपये के मुनाफे का अनुमान लगाया था। साल दर साल आधार पर ही डॉ रेड्डीज की शुद्ध आमदनी 3,554.2 करोड़ रुपये से 0.5% की गिरावट के साथ 3,534.9 करोड़ रुपये रह गयी, जिसके लिए 3,709 करोड़ रुपये का अनुमान था।
आमदनी में गिरावट के कारण डॉ रेड्डीज का एबिटा 8.4% गिर कर 577.7 करोड़ रुपये और एबिटा मार्जिन 17.8% से घट कर 16.3% रह गया। गौरतलब है कि डॉ रेड्डीज की वैश्विक जेनेरिक आमदनी 4% गिर कर 2,783.6 करोड़ रुपये, दवा सेवाओं और सक्रिय सामग्री आमदनी 16% अधिक 625.1 करोड़ रुपये और ट्रेडमार्क युक्त उत्पाद आमदनी 26% की बढ़त के साथ 126.2 करोड़ रुपये रही। वहीं भारत में 7% आमदनी बढ़ने के अलावा उत्तरी अमेरिका में कंपनी का कारोबार 6% गिर कर 1,448.7 करोड़ रुपये और यूरोप में 17% घट कर 171.1 करोड़ रुपये रह गया।
कमजोर तिमाही नतीजों के बावजूद आज डॉ रेड्डीज का शेयर हरे निशान में बना हुआ है। बीएसई में डॉ रेड्डीज का शेयर 1,894.35 रुपये के पिछले बद भाव की तुलना में 1,889.00 रुपये पर खुला और कारोबार के दौरान 1,957.20 रुपये के ऊपरी स्तर तक चढ़ा। 2.40 बजे के आस-पास यह 32.25 रुपये या 1.70% की मजबूती के साथ 1,926.60 रुपये के भाव पर चल रहा है। (शेयर मंथन, 22 मई 2018)
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