इन्फोसिस (Infosys) के तिमाही नतीजों के बाद जारी अपनी रिपोर्ट में आईडीबीआई कैपिटल (IDBI Capital) ने कहा है कि 2018-19 की पहली तिमाही में कंपनी ने उसके अनुमानों के अनुरूप ही नतीजे पेश किये हैं।
उर्मिल शाह की इस रिपोर्ट में कहा गया है कि इन्फोसिस की आमदनी में अब डिजिटल कारोबार की आमदनी का योगदान 28.4% हो गया है। नियत मुद्रा (कॉन्स्टैंट करेंसी) के आधार पर इसमें तिमाही-दर-तिमाही 8% और साल-दर-साल 26% की वृद्धि हुई है। कंपनी ने बीती तिमाही में आठ बड़े सौदे हासिल किये हैं और टीवीसी 1 अरब डॉलर की सीमा पार कर गया है। शाह के मुताबिक इस तिमाही में नकारात्मक बात एक ही रही है कि पनाया के मामले में कंपनी को 2.7 अरब रुपये का राइट-डाउन करना पड़ा।
इन्फोसिस ने 2018-19 के लिए जो अनुमान (गाइडेंस) रखे हैं, वे आईडीबीआई कैपिटल की अपेक्षाओं के अनुरूप हैं। इसने 1:1 के अनुपात में बोनस शेयर जारी करने का भी फैसला किया है। आईडीबीआई कैपिटल ने 2018-19 के शेष समय और 2019-20 के लिए डॉलर की विनिमय दर पहले के 65.5 रुपये के बदले 68 रुपये रखते हुए अपना आकलन किया है। इसने इन्फोसिस की प्रति शेयर आय (EPS) के अनुमान को 2018-19 के लिए 6.4% और 2019-20 के लिए 5.9% बढ़ाया है। इसने वित्त वर्ष 18-20 के दौरान कंपनी की डॉलर आय में 8.8% और ईपीएस में 9.8% की वार्षिक चक्रवृद्धि दर (सीएजीआर) से बढ़त होने का अनुमान जताया है। आईडीबीआई कैपिटल की सलाह है कि 2019-20 की अनुमानित ईपीएस पर 17 पीई अनुपात के आधार पर 1,386 का लक्ष्य रखते हुए इन्फोसिस का शेयर निचले भावों पर एकत्र (एकम्युलेट) करें।
इन्फोसिस ने अपने नतीजे शुक्रवार 13 जुलाई को बाजार बंद होने के बाद पेश किये थे। शुक्रवार को बीएसई में यह 14.50 रुपये या 1.12% की बढ़त के साथ 1309.10 रुपये पर बंद हुआ था। इसकी तुलना में आज सुबह इन्फोसिस 1325 रुपये पर खुला है। (शेयर मंथन, 16 जुलाई 2018)
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