कच्चे तेल की कीमतों को 5,000 रुपये पर सहारा और 5,150 रुपये के स्तर पर बाधा रह सकती है।
नाइमेक्स में आज कच्चे तेल की कीमतों में बढ़त देखी जा रही है, लेकिन अमेरिकी कच्चे तेल के भंडार में आश्चर्यजनक बढ़ोतरी और व्यापार युद्ध के कारण कीमतें लगातार दूसरी साप्ताहिक गिरावट की ओर अग्रसर हैं। अमेरिकी डब्ल्यूटीआई कच्चे तेल की कीमतें 0.4% की बढ़त के साथ 68.92 डॉलर और ब्रेंट कच्चे तेल के दिसबंर डिलीवरी की कीमतें 0.4% की बढ़त के साथ 79.63 डॉलर के नजदीक कारोबार कर रही हैं।
4 नवंबर से लागू होने वाले ईरान पर अमेरिकी प्रतिबंध से पहले ईरान के तेल निर्यात अनुमान से अधिक तेजी से गिरावट के कारण कच्चे तेल की कीमतों को मदद मिलती रह सकती है तो दूसरी ओर वैश्विक शेयर बाजारों में गिरावट के कारण कीमतों पर दबाव रह सकता है। इस बीच ओपेक के महासचिव ने तेल उत्पादक देशों से कहा है कि भविष्य की जरूरतों को पूरा करने के लिए वे तेल उत्पादन क्षमता में बढ़ोतरी करें।
नेचुरल गैस वायदा की कीमतों के सीमित दायरे में रहने की संभावना है और कीमतें 233-240 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती है। अगले हफ्ते अमेरिकी नेचुरल गैस की माँग में अनुमान से कम होने की संभावना के कारण अमेरिकी गैस वायदा की कीमतों में कल 3% से अधिक की गिरावट हुई है। (शेयर मंथन, 19 अक्टूबर 2018)
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