चार साल में पहली बार मारुति सुजुकी (Maruti Suzuki) के तिमाही मुनाफे में गिरावट दर्ज की गयी है।
हालाँकि मारुति सुजुकी के वित्तीय नतीजे जानकारों के अनुमान से बेहतर रहे। वित्त वर्ष 2017-18 की दूसरी तिमाही में 2,484.3 करोड़ रुपये के मुकाबले 2018-19 की समान अवधि में मारुति सुजुकी का मुनाफा 9.8% की गिरावट के साथ 2,240.4 करोड़ रुपये रह गया। कंपनी के मुनाफे में गिरावट उच्च कमोडिटी लागत और रुपये में कमजोरी के कारण आयी है। बाजार जानकारों ने मारुति के 2,023 करोड़ रुपये के मुनाफे का अंदाजा लगाया था। तिमाही आधार पर देखें तो कंपनी के मुनाफे में 13.4% की बढ़ोतरी हुई है।
सालाना आधार पर ही मारुति की आमदनी 21,168.2 करोड़ रुपये से 3% बढ़ कर 22,433.2 करोड़ रुपये रही। वहीं कंपनी की अन्य आमदनी ठीक पिछली तिमाही की तुलना में 94% और सालाना आधार पर 1% बढ़त के साथ 5.2 अरब रुपये रही, जिसके लिए आईडीबीआई कैपिटल ने 3 अरब का अनुमान लगाया था। साल दर साल आधार पर मारुति की बिक्री में भी गिरावट आयी है। कंपनी की कुल बिक्री 1.5% घट कर 4,84,848 इकाई, घरेलू बिक्री 0.4% घट कर 4,55,400 इकाई और निर्यात 15.2% गिर कर 29,448 इकाई रह गया।
वहीं कंपनी का एबिटा 6.7% गिरावट के साथ 3,431.30 करोड़ रुपये और एबिटा मार्जिन 160 आधार अंक घट कर 15.3% रहा। हालाँकि ठीक पिछली तिमाही के मुकाबले कंपनी के एबिटा मार्जिन में 40 आधार अंकों की बढ़त हुई है।
आईडीबीआई कैपिटल ने अपनी रिपोर्ट में जिक्र किया है कि तिमाही दर तिमाही आधार पर मारुति सुजुकी का सकल मार्जिन 50 आधार अंकों की बढ़त के साथ 16.6% और कर्मचारी लागत 10 आधार अंक बढ़ कर 3.5% हो गयी। तिमाही दर तिमाही आधार पर कंपनी की कर दर 31.5% की तुलना में 30.2% रही, जिसके लिए आईडीबीआई कैपिटल ने 29% का अनुमान लगाया था।
दूसरी तरफ बीएसई में नतीजों की घोषणा से पहले मारुति का शेयर 6,625.00 रुपये के 52 हफ्तों के निचले स्तर तक गिर गया। मारुति का शेयर 6,768.55 रुपये के पिछले बंद स्तर की तुलना में गिरावट के साथ 6,718.00 रुपये पर खुला। पौने 3 बजे के करीब कंपनी के शेयरों में 28.40 रुपये या 0.42% की बढ़त के साथ 6,740.15 रुपये पर सौदे हो रहे हैं। (शेयर मंथन, 25 अक्टूबर 2018)
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