खबरों के अनुसार बंधन बैंक (Bandhan Bank) गृह फाइनेंस (Gruh Finance) के साथ विलय के लिए बातचीत कर रहा है।
गृह फाइनेंस, एचडीएफसी (HDFC) की सहायक कंपनी है। जानकारों का मानना है कि इस सौदे के जरिये बंधन बैंक की योजना प्रमोटर शेयरधारिता घटाने की है।
गृह फाइनेंस के साथ विलय से बंधन बैंक को प्रमोटर हिस्सेदारी 82.28% से 60% तक घटाने में मदद मिलेगी। वहीं खबर है कि यदि बंधन बैंक और गृह फाइनेंस का विलय होता है तो एचडीएफसी तैयार होने वाली नयी कंपनी में 15% शेयरधारिता रख सकता है। इस समय एचडीएफसी की गृह फाइनेंस में 57.59% हिस्सेदारी है।
इसी साल सितंबर में आरबीआई (RBI) ने शेयरधारिता नियमों को पूरा न कर पाने के कारण बंधक बैंक के नयी शाखाएँ खोलने और इसके मुख्य कार्यकारी अधिकारी के वेतन भुगतान पर रोक लगा दी थी।
आरबीआई के लाइसेंसिंग मानदंडों के तहत किसी भी बैंक को संचालन के 3 साल के भीतर प्रमोटर हिस्सेदारी 40% तक घटाना जरूरी है। इस नियम के मद्देनजर बंधन बैंक को 23 अगस्त 2018 तक प्रमोटर हिस्सेदारी 40% घटानी थी, जिसमें यह असफल रहा। हालाँकि आरबीआई ने बंधन बैंक को नयी शाखाएँ खोलने की अनुमति दे दी है।
मगर बंधन बैंक नॉन-ऑपरेटिव फाइनेंशियल होल्डिंग कंपनी (एनओएफएचसी) की हिस्सेदारी 40% तक घटाने के लिए जरूरी कदम उठा रहा है।
दूसरी तरफ बीएसई में शुक्रवार को बंधन बैंक का शेयर 9.00 रुपये या 1.67% की कमजोरी के साथ 528.70 रुपये के भाव पर बंद हुआ। इस भाव पर बैंक की बाजार पूँजी 63,063.60 करोड़ रुपये है। वहीं गृह फाइनेंस का शेयर 12.70 रुपये या 4.01% की मजबूती के साथ 329.50 रुपये पर बंद हुआ। (शेयर मंथन, 22 दिसंबर 2018)
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