साल दर साल आधार पर 2018 की अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में बजाज ऑटो (Bajaj Auto) के मुनाफे में 16% की बढ़ोतरी हुई।
2017 की इसी तिमाही में 952 करोड़ रुपये के मुकाबले कंपनी ने 1,102 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया। इस दौरान कंपनी की शुद्ध आमदनी 6,596 करोड़ रुपये की तुलना में 19% अधिक 7,879 करोड़ रुपये रही।
वहीं बजाज ऑटो का ऑपरेटिंग एबिटा 3% की गिरावट के साथ 1,290 करोड़ रुपये और ऑपरेटिंग लाभ 2% घट कर 1,223 करोड़ रुपये रह गया।
वाहनों की बिक्री में बढ़ोतरी से बजाज ऑटो के नतीजों को काफी सहारा मिला। साल दर साल आधार पर कंपनी की अक्टूबर-दिसंबर बिक्री 10,01,469 इकाई के मुकाबले 26% बढ़ कर 12,59,828 रही। इनमें मोटरसाइकिल बिक्री 818,510 इकाई से 32% अधिक 10,78,384 इकाई रही, जबकि कारोबारी वाहनों का योगदान 1% घट कर 1,81,444 इकाई रह गया।
बजाज ऑटो की कुल घरेलू बिक्री 5,76,554 इकाई से 28% अधिक 7,35,111 इकाई रहा, जबकि निर्यात भी 23% की बढ़ोतरी के साथ 5,24,717 इकाई रहा।
प्रमुख ब्रोकिंग फर्म आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज ने कंपनी के नतीजों को सुस्त कहा है। ब्रोकिंग फर्म के मुताबिक बजाज ऑटो का मुनाफा अनुमान से कम रहा।
उधर बीएसई में बजाज ऑटो का शेयर 2,566.90 रुपये के पिछले बंद स्तर के मुकाबले वृद्धि के साथ 2,594.00 रुपये पर खुला। एक सीमित दायरे में कारोबार करने के बाद नतीजों की घोषणा के साथ ही शेयर ने एक तीखी उछाल के साथ 2,651.45 रुपये का ऊपरी स्तर छुआ। मगर तुरंत ही इसमें कमजोरी देखी गयी। करीब सवा 3 बजे कंपनी के शेयरों में 65.90 रुपये या 2.57% की कमजोरी के साथ 2,501.00 रुपये के भाव पर कारोबार हो रहा है। वहीं पिछले 52 हफ्तों में बजाज ऑटो के शेयर का शिखर 3,472.60 रुपये और निचला स्तर 2,425.00 रुपये रहा है। (शेयर मंथन, 30 जनवरी 2019)
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