रिलायंस कम्युनिकेशंस (Reliance Communications) ने राष्ट्रीय कंपनी कानून न्यायाधिकरण (एनसीएलटी) के पास दिवालिया याचिका दायर करने का फैसला किया है।
करीब 45,000 करोड़ रुपये का कर्ज चुकाने के लिए अपनी संपत्तियों को बेचने में नाकामयाब होने के कारण कंपनी ने यह फैसला लिया है। रिलायंस कम्युनिकेशंस या आरकॉम एनसीएलटी की मुम्बई बेंच के सामने दिवालिया याचिका दायर करेगी।
दरअसल आरकॉम की मुकेश अंबानी के स्वामित्व वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज समूह की कंपनी रिलायंस जियो को स्पेक्ट्रम और बाकी कई संपत्तियाँ बेचने की योजना थी, जो अमल में नहीं आ सकी। उधर स्वीडन की दूरसंचार कंपनी एरिक्सन आरकॉम को दिवालिया घोषित करने के लिए एनसीएलटी के पास याचिका दायर कर चुकी है।
बीते एक साल में आरकॉम के करीब 45 कर्जदाताओं के साथ कई बैठकों के बावजूद कोई ठोस नतीजा नहीं निकला। आरकॉम के कई मामले उच्च न्यायालय, दूरसंचार विवाद एवं अपील अधिकरण और उच्चतम न्यायालय में विभिन्न स्तरों पर लंबित हैं।
आरकॉम और इसकी दो सहायक कंपनियाँ रिलायंस टेलीकॉम और रिलायंस इन्फ्राटेल बोर्ड के फैसलों को लागू करने में जल्द उचित कदम उठायेंगी। हालांकि इससे कंपनी की अन्य सहायक इकाइयों के कामकाज पर कोई असर नहीं पड़ेगा।
बीएसई में आरकॉम का शेयर 11.60 रुपये के पिछले बंद भाव के मुकाबले कमजोरी के साथ 10.44 रुपये पर खुला और 6.00 रुपये के निचले भाव तक फिसला। करीब साढ़े 11 बजे आरकॉम का शेयर 4.36 रुपये या 37.59% की कमजोरी के साथ 7.24 रुपये पर चल रहा है। (शेयर मंथन, 04 फरवरी 2019)
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