जेट एयरवेज (Jet Airways) को चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में 587.77 करोड़ रुपये का घाटा हुआ है।
इसके मुकाबले पिछले कारोबारी साल की समान अवधि में कंपनी 165.25 करोड़ रुपये के मुनाफे में रही थी। हालाँकि इस बीच जेट एयरवेज की शुद्ध आमदनी 6,086.20 करोड़ रुपये के मुकाबले 1% बढ़ कर 6,147.98 करोड़ रुपये रही। तिमाही में कंपनी का एबिटा घाटा 270.9 करोड़ रुपये रहा, जो पिछली वित्त वर्ष की समान अवधि में 422.6 करोड़ रुपये (मुनाफा) था।
मगर खराब नतीजों के बावजूद आज जेट एयरवेज का शेयर 3% से ज्यादा मजबूत हुआ है। दरअसल कंपनी के निदेशक मंडल ने बैंक की अगुवाई वाली कर्ज समाधान योजना (बीएलआरपी) को हरी झंडी दिखा दी है। योजना के मुताबिक कर्जदाताओं द्वारा दिये गये ऋण को इक्विटी शेयरों में परिवर्तित किया जायेगा, जिससे वे एयरलाइन के सबसे बड़े शेयरधारक हो जायेंगे। योजना में ऋणदाताओं के कर्ज को 10 रुपये प्रति वाले 11.40 करोड़ शेयरों में तब्दील करने का प्रस्ताव है।
इसके अलावा योजना में 8,500 करोड़ रुपये के वित्त की कमी का अनुमान लगाया है। प्रस्तावित समाधान योजना को विचार के लिए बैंकों के समूह, भारतीय बैंक संघ की निगरानी समिति, इतिहाद एयरवेज और प्रमोटरों के सामने रखा जायेगा। हालाँकि इस योजना को लागू करने से पहले बाजार नियामक सेबी (SEBI), नागर विमानन मंत्रालय और भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग से मंजूरी ली जायेगी।
बीएसई में जेट एयरवेज का शेयर 225.80 रुपये के पिछले बंद भाव की तुलना में आज गिरावट के साथ 224.15 रुपये पर खुल कर 242.85 रुपये के ऊपरी स्तर तक चढ़ा। करीब 11 बजे यह 7.05 रुपये या 3.12% की बढ़ोतरी के साथ 232.85 रुपये के भाव पर है। वहीं इसके पिछले 52 हफ्तों का शिखर 792.45 रुपये और निचला स्तर 163.00 रुपये का रहा है। (शेयर मंथन, 15 फरवरी 2019)
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