संकट से गुजर रही जेट एयरवेज (Jet Airways) को बचाने के लिए कंपनी के शेयरधारकों ने एक प्रस्तावित समाधान योजना (Resolution Plan) को हरी झंडी दिखा दी है।
इस योजना में 11.4 करोड़ नये इक्विटी शेयर जारी करने और डेब्ट को इक्विटी में बदलने के प्रस्ताव शामिल हैं।
इससे कंपनी के प्रमोटर और संस्थापक नरेश गोयल (Naresh Goyal) की जेट एयरवेज में हिस्सेदारी 51% से घट कर करीब 25% और इतिहाद (Etihad) की शेयरधारिता मौजूदा 24% से कम होकर 12% रह जायेगी। जानकारों के अनुसार जेट एयरवेज में नयी नकदी आने के लिए मंच तैयार है, जिससे विमानन कंपनी का नियंत्रण बैंकों के हाथ में चला जायेगा।
8,000 करोड़ रुपये से ज्यादा की देनदारी के चलते इस समय जेट एयरवेज को नकदी मिलना बेहद जरूरी है, जिसमें से कंपनी को मार्च तक 1,700 करोड़ रुपये लौटाने हैं।
उधर शुक्रवार को बीएसई में जेट एयरवेज का शेयर 242.45 रुपये का ऊपरी स्तर छूने के बाद अंत में 1.85 रुपये या 0.79% की मजबूती के साथ 236.70 रुपये के भाव पर बंद हुआ। इस भाव पर कंपनी की बाजार पूँजी 2,688.85 करोड़ रुपये है।
वहीं पिछले 52 हफ्तों में जेट एयरवेज का शेयर 774.00 रुपये के शिखर तक चढ़ा, जबकि 163.00 रुपये के निचले स्तर तक फिसला है। (शेयर मंथन, 23 फरवरी 2019)
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