टाटा मोटर्स (Tata Motors) को वित्त वर्ष 2019-20 की पहली तिमाही में 3,679.7 करोड़ रुपये का जोरदार घाटा हुआ है।
वहीं पिछले कारोबारी साल की समान तिमाही में इसे 1,862.6 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था। यानी इस दौरान कंपनी का घाटा करीब दोगुना हो गया। हालाँकि 2018-19 की चौथी तिमाही में कंपनी को 1,108.66 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था।
जेगुआर लैंड रोवर के कमजोर प्रदर्शन और भारत में वाहन उद्योग में आयी मंदी के कारण टाटा मोटर्स का घाटा दोगुना हुआ है। साल दर साल आधार पर ही टाटा मोटर्स की शुद्ध आमदनी 66,701 करोड़ रुपये से 7.8% की गिरावट के साथ 61,467 करोड़ रुपये रह गयी। टाटा मोटर्स का एबिटा 29.3% घट कर 2,857.9 करोड़ रुपये और एबिटा मार्जिन 141 आधार अंक गिर कर 4.6% रह गया।
प्रमुख ब्रोकिंग फर्म आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज ने टाटा मोटर्स के नतीजों को कमजोर बताया है। मगर टाटा मोटर्स की घरेलू आमदनी और जेगुआर लैंड रोवर की ब्रोकिंग फर्म के अनुमान से अधिक रही। जेगुआर लैंड रोवर की तिमाही बिक्री भी 9.9% की गिरावट के साथ 1,18,550 इकाई रह गयी।
हालाँकि बाजार कमजोर नतीजों के बावजूद टाटा मोटर्स का शेयर मजबूत स्थिति में है। बीएसई में टाटा मोटर्स का शेयर 144.35 रुपये के पिछले बंद स्तर की तुलना में सुबह कमजोरी के साथ 138.15 रुपये पर खुला। मगर कंपनी के शेयर में शुरू से ही मजबूती आनी शुरू हो गयी।
करीब सवा 12 बजे टाटा मोटर्स के शेयरों में 4.40 रुपये या 3.05% की बढ़ोतरी के साथ 148.75 रुपये पर सौदे हो रहे हैं। इस भाव पर कंपनी की बाजार पूँजी 42,949.31 करोड़ रुपये है। वहीं इसके पिछले 52 हफ्तों का शिखर 282.00 रुपये और निचला स्तर 138.15 रुपये रहा है। (शेयर मंथन, 26 जुलाई 2019)
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