वर्ष दर वर्ष आधार पर 2019 की अप्रैल-जून तिमाही में हिंदुस्तान पेट्रोलियम (Hindustan Petroleum) के मुनाफे में 54% की बढ़ोतरी हुई है।
2018 की समान तिमाही में 1,719 करोड़ रुपये के मुकाबले कंपनी ने 811 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया। हालाँकि हिंदुस्तान पेट्रोलियम की शुद्ध आमदनी में इजाफा हुआ, जो कि 72,922 करोड़ रुपये से 2.2% की बढ़ोतरी के साथ 74,530 करोड़ रुपये हो गयी।
गौरतलब है कि कंपनी का सकल रिफाइनिंग मार्जिन (जीआरएम) 7.15 डॉलर प्रति बैरल से घट कर 0.75 डॉलर प्रति बैरल रह गया, जिससे इसके नतीजे प्रभावित हुए। सकल रिफाइनिंग मार्जिन प्रत्येक बैरल कच्चे तेल को ईंधन में बदलने पर होने वाली आय को दर्शाता है। कंपनी ने अपनी रिफाइनरों को बंद रखने को मार्जिन में गिरावट का कारण बताया है।
हिंदुस्तान पेट्रोलियम की ईंधन बिक्री 1.7% की बढ़ोतरी के साथ 98.2 लाख टन रही, जिसमें पेट्रोल बिक्री में 8.4% और डीजल बिक्री में 1.7% की वृद्धि हुई।
कंपनी के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक मुकेश के सुराना के अनुसार मई और जून 2019 के महीने में क्रूड की कीमतों में भारी गिरावट हुई, जिससे रिफाइनरी और मार्केटिंग दोनों में इन्वेंट्री कम हुई और इसी कारण कंपनी का मुनाफा घटा।
आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज ने कंपनी के नतीजों को अपने अनुमान से कमजोर बताया है।
दूसरी तरफ बीएसई में हिंदुस्तान पेट्रोलियम का शेयर 244.60 रुपये के पिछले बंद स्तर के मुकाबले हल्की वृद्धि के साथ 245.30 रुपये पर खुल कर अभी तक के सत्र में 248.20 रुपये के ऊपरी स्तर तक चढ़ा है। करीब सवा 11 बजे यह 2.30 रुपये या 0.94% की बढ़ोतरी के साथ 246.90 रुपये पर चल रहा है। इस भाव पर कंपनी की बाजार पूँजी 37,623.18 करोड़ रुपये है। (शेयर मंथन, 08 अगस्त 2019)
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