कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट और उत्पादन घटने से पिछले साल की अप्रैल-जून तिमाही के मुकाबले 2019 की समान अवधि में सरकारी तेल-गैस कंपनी ऑयल इंडिया (Oil India) के मुनाफे में 11% की गिरावट आयी है।
कंपनी का मुनाफा 703 करोड़ रुपये से बढ़ कर 625 करोड़ रुपये पर पहुँच गया। वार्षिक आधार पर ही ऑयल इंडिया की शुद्ध आमदनी 3,390 करोड़ रुपये के मुकाबले मामूली गिरावट के साथ 3,373 करोड़ रुपये रही।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट के कारण ऑयल इंडिया की क्रूड ऑयल औसत आमदनी 72 डॉलर प्रति बैरल से 7.89% घट कर 6.33 डॉलर प्रति बैरल रह गयी। ऑयल इंडिया के मुनाफे को प्रभावित करने वाले यह अहम कारक रहा। कंपनी का तिमाही तेल उत्पादन 8.44 लाख टन से 3.67% की गिरावट के साथ 8.13 लाख टन रह गया।
हालाँकि इसका गैस उत्पादन 696 मिलियन स्टैंडर्ड क्यूबिक मीटर (एमएससीएम) से 2.3% अधिक 712 एमएससीएम रहा। वहीं इसकी गैस बिक्री पर वसूली भी 3.06 डॉलर मिलियन ब्रिटिश थर्मल यूनिट्स (एमएमबीटीयू) से बढ़ कर 3.69 एमएमबीटीयू रहा।
दूसरी तरफ बीएसई में ऑयल इंडिया का शेयर शुक्रवार को 0.40 रुपये या 0.27% की गिरावट के साथ 150.30 रुपये के भाव पर बंद हुआ। इस भाव पर कंपनी की बाजार पूँजी 17,049.08 करोड़ रुपये है। वहीं इसके पिछले 52 हफ्तों का शिखर 227.00 रुपये और निचला स्तर 148.90 रुपये रहा है। (शेयर मंथन, 10 अगस्त 2019)
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