भारत पेट्रोलियम (Bharat Petroleum) ने चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में 1,634 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया।
इसके मुकाबले पिछले कारोबारी साल की समान तिमाही में कंपनी का मुनाफा 1,623 करोड़ रुपये रहा था। कंपनी के कुल व्यय 8.8% घट कर 74,552 करड़ रुपये के रह गये, इसके बावजूद साल दर साल आधार पर जुलाई-सितंबर तिमाही में भारत पेट्रोलियम के शुद्ध लाभ में 0.6% की मामूली वृद्धि हुई। मगर भारत पेट्रोलियम की कुल आमदनी 83,707 करोड़ रुपये से 10% की गिरावट के साथ 75,628 करोड़ रुपये हो गयी।
भारत पेट्रोलियम का छमाही (अप्रैल-सितंबर) सकल रिफाइनिंग मार्जिन (जीआरएम) 6.52 डॉलर प्रति के मुकाबले 3.10 प्रति डॉलर रह गया, जिससे इसके मुनाफे पर असर पड़ा है। जीआरएम, एक तेल रिफाइनरी द्वारा उत्पादित माल के मूल्य और उत्पादन में उपयोग की जाने वाली कच्चे माल की कीमत के बीच का अंतर है।
इसके अलावा की भारत पेट्रोलियम के उत्पादन में मामूली वृद्धि हुई, जो कि 1.008 करोड़ टन से बढ़ कर 1.025 करोड़ टन रहा।
प्रमुख ब्रोकिंग फर्म आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज ने कहा है कि रिफाइनिंग के मामले में कमजोर प्रदर्शन के कारण कंपनी के नतीजे लाभप्रदता के लिहाज से अनुमान से कमजोर रहे।
दूसरी तरफ बीएसई में भारत पेट्रोलियम का शेयर 512.80 रुपये के पिछले बंद स्तर के मुकाबले आज 512.95 रुपये पर खुल कर 503.30 रुपये के निचले स्तर तक फिसला है। करीब साढ़े 11 बजे कंपनी के शेयरों में 8.90 रुपये या 1.74% की कमजोरी के साथ 503.90 रुपये के भाव पर कारोबार हो रहा है। इस भाव पर कंपनी की बाजार पूँजी 1,09,308.65 करोड़ रुपये है। वहीं इसके पिछले 52 हफ्तों का शिखर 547.50 रुपये और निचला स्तर 289.65 रुपये का रहा है। (शेयर मंथन, 08 नवंबर 2019)
Add comment