विमानन कंपनी स्पाइसजेट (Spicejet) को 2019 की जुलाई-सितंबर तिमाही में 462.6 करोड़ रुपये का भारी घाटा हुआ है।
कंपनी ने बोइंग 737 मैक्स विमानों की उड़ानों को रोकने और लेखांकन मानदंडों के बदले जाने को इस घाटे का कारण बताया है। इसकी तुलना में पिछले साल की समान तिमाही में कंपनी 389.4 करोड़ रुपये के मुनाफे में रही थी। इस दौरान स्पाइसजेट की कारोबार आमदनी 1,874.8 करोड़ रुपये के मुकाबले 51.76% की बढ़ोतरी के साथ 2,845.3 करोड़ रुपये रही।
साल दर साल आधार पर जुलाई-सितंबर तिमाही के दौरान स्पाइसजेट की क्षमता (सीट किलोमीटर के संदर्भ में) में 51% इजाफा हुआ, जबकि इसका घरेलू यात्री लोड फैक्टर (Domestic Load Factor) या पीएलएफ 92.6% रहा। स्पाइसजेट की प्रति यात्री किलोमीटर इकाई आमदनी में 2% और औसत किराये में 15% की बढ़ोतरी हुई।
सितंबर तिमाही समाप्ति पर कंपनी के विमानों की संख्या 113 रही, जो वर्तमान में और बढ़ कर 118 हो गयी है। साथ ही स्पाइसजेट ने 50 नयी घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ानों की घोषणा की थी।
दूसरी तरफ बीएसई में स्पाइसजेट का शेयर 113.70 रुपये के पिछले बंद भाव की तुलना में 109.30 रुपये पर खुल कर अभी तक के कारोबार में 110.80-105.80 रुपये के दायरे में रहा है।
करीब 12 बजे स्पाइसजेट के शेयरों में 5.80 रुपये या 5.10% की कमजोरी के साथ 107.90 रुपये के भाव पर सौदे हो रहे हैं। इस भाव पर कंपनी की बाजार पूँजी 6,470.96 करोड़ रुपये है। वहीं इसके पिछले 52 हफ्तों का शिखर 156.90 रुपये और निचला स्तर 72.00 रुपये रहा है। (शेयर मंथन, 14 नवंबर 2019)
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