समायोजित सकल आय (AGR) मामले की सुनवाई करते हुए आज उच्चतम न्यायालय ने साफ किया कि दूरसंचार कंपनियों को ब्याज और जुर्माने सहित सभी देनदारियाँ चुकानी होंगी।
न्यायालय ने यह भी स्पष्ट किया कि देनदारियों की गणना पहले ही की जा चुकी है, ऐसे में इनकी फिर से गणना किये जाने की आवश्यकता नहीं है, न ही दूरसंचार कंपनियों द्वारा इनके स्व-आकलन की जरूरत है। न्यायालय ने कहा कि यदि देनदारियों के स्व-आकलन की अनुमति दी जाती है, तो यह धोखाधड़ी होगी।
एजीआर मामले पर सुनवाई करते हुए तीन न्यायाधीशों की पीठ ने आज कहा कि दूरसंचार विभाग और दूरसंचार कंपनियाँ इस मामले को गंभीरता से नहीं ले रही हैं। इन कंपनियों पर कुल एजीआर मामले में 1.47 लाख करोड़ रुपये का कुल बकाया है। इनमें भारती एयरटेल (Bharti Airtel) को 35,586 करोड़ रुपये, वोडाफोन आइडिया (Vodafone Idea) को 53,038 करोड़ रुपये और टाटा टेलीसर्विसेज (Tata Teleservices) को लगभग 13,800 करोड़ रुपये की अदायगी करनी है। हालाँकि इसमें से भारती एयरटेल ने 18,000 करोड़ रुपये, वोडाफोन आइडिया ने 6,854 करोड़ रुपये, टाटा टेलीसर्विसेज ने 4,197 करोड़ रुपये और रिलायंस जियो (Reliance Jio) ने 195 करोड़ रुपये चुका दिये हैं। हालाँकि न्यायालय ने यह कहते हुए कंपनियों को कुछ राहत अवश्य दी कि दो हफ्तों बाद होने वाली अगली सुनवाई में यह कंपनियों को इस अदायगी के लिए सॉलिसिटर जनरल की माँग के अनुरूप उचित समयावधि देने पर विचार करेगा।
भारतीय शेयर बाजार में आज के कारोबार में दूरसंचार क्षेत्र से संबंधित कंपनियों के शेयरों में काफी गिरावट देखी गयी। बीएसई पर आज भारती एयरटेल में 6.14% की कमजोरी रही और यह आज के सत्र के अंत में 426.20 रुपये पर बंद हुआ। इससे पहले यह आज बीएसई पर नीचे की ओर 409.30 रुपये तक फिसल गया था। रिलायंस जियो की प्रवर्तक कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries) का शेयर आज बीएसई पर 3.97% की गिरावट के साथ 968.85 रुपये पर बंद हुआ। आज के कारोबार में भारती इन्फ्राटेल (Bharti Infratel) में 22.62% की कमजोरी रही।
दूसरी ओर बीएसई पर ही वोडाफोन आइडिया का शेयर 34.85% की भारी कमजोरी के साथ 3.16 रुपये पर बंद हुआ। इससे पहले यह फिसल कर नीचे की ओर 2.91 रुपये तक चला गया था, हालाँकि निचले स्तरों पर उभरी खरीदारी से यह कुछ हद तक सँभल गया। (शेयर मंथन, 18 मार्च 2020)
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