जिंदल स्टेनलेस लिमिटेड यानी जेएसएल (JSL) और भारतीय प्रोद्योगिकी संस्थान (ISM) धनबाद ने कई प्रोजेक्ट पर अनुसंधान एवं विकास के लिए करार किया है।
कंपनी की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि करार के तहत रिसर्च, नए उत्पादों के विकास, पर्यावरण सुरक्षा और कौशल विकास के क्षेत्र में काम किया जाएगा।
भारत में सतत (सस्टेनेबल) धातु के सबसे बड़े उत्पादक होने के नाते कंपनी उत्पादन के क्षेत्र में ग्रीन पहल को अपनाया है। ऐसे में मिनरल्स और संबंधित क्षेत्र में इंडियन स्कूल ऑफ माइन्स से बेहतर प्राकृतिक साझेदार और कोई नहीं हो सकता है। कंपनी की ओर से हस्ताक्षर किए गए समझौते पत्र में उद्योग-संस्थान के बीच साझेदारी को बढ़ाने के प्रयास पर जोर दिया गया है। इससे संस्थान के साथ उद्योग से जुड़े टेक्नोक्रैट भी लाभान्वित होंगे।
इस समझौते पत्र के तहत दोनों विकास और अनुसंधान के विकल्पों को तलाशेंगे। साथ ही कोयला सैम्पल के जलने वाले गुणों, फिजियोकेमिकल गुण, पेलेटाइजेशन प्रोजेक्ट्स, पानी संतुलन, मिट्टी और जियोसिंथेटिक के क्षेत्र में भी अध्ययन किया जाएगा। जिंदल स्टेनलेस का कोयला आधारित पावर प्लांट है और यह कोयला विश्व भर से खरीदता है। एमओयू (MoU) के तहत सही पैमाने पर कोयले की पहचान, भंडारण, हैंडलिंग होने से कंपनी को फायदा मिलेगा। साथ ही तकनीकी और ऑपरेशनल चुनौतियों के प्रभावी समाधान निकालने पर भी दोनों मिलकर करेंगे। (शेयर मंथन, 16 फरवरी 2022)
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