राजीव रंजन झा
पिछले हफ्ते मुंबई पर भीषण आतंकवादी हमले का एक ऐसा भी नतीजा निकल कर आया है, जिसके बारे में लोगों ने पहले सोचा भी नहीं होगा। पलनिअप्पन चिदंबरम गृह मंत्रालय में विराजमान हो गये हैं और खुद प्रधानमंत्री अब वित्त मंत्री की भूमिका में भी आ गये हैं। चिदंबरम बतौर गृह मंत्री कैसे साबित होंगे, यह एक अलग प्रश्न है। लेकिन बाजार के सामने सबसे ज्यादा असमंजस में डालने वाला प्रश्न यह है कि चिदंबरम के जाने का शोक मनाया जाये या सीधे प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के हाथ में वित्त मंत्रालय के आने की खुशी मनायी जाये!
पशुपति सुब्रह्मण्यम, रिसर्च प्रमुख, वेंचुरा सिक्योरिटीज
मेरे विचार में आज भारतीय शेयर बाजारों के सपाट या फिर नीचे रहने की संभावना है। इसके पीछे एक प्रमुख कारण यह है कि छोटी अवधि के लिए बाजार की धारणा बिल्कुल नकारात्मक हो चुकी है।
सामान्य कारोबारी दिनों में हम मोटे तौर पर 50-55 हजार करोड़ रुपये का कारोबार देखते हैं, लेकिन आज कारोबार की मात्रा 20-25% कम हो सकती है। यह बात केवल आज के लिए ही नहीं है, बल्कि इक्विटी के क्षेत्र में दिसंबर के महीने में शायद ही कारोबार की अच्छी मात्रा दिखायी पड़े। सेटलमेंट के दिन भी कारोबार की कोई खास मात्रा नहीं दिखी थी।
2.43: भारतीय शेयर बाजार गिरावट की चपेट में आ गये हैं। इस समय सेंसेक्स 162 अंकों की कमजोरी के साथ 8,931 पर है, जबकि निफ्टी 46 अंक नीचे 2,709 पर है। बीएसई धातु सूचकांक को छोड़ कर बाकी सभी क्षेत्रीय सूचकांक लाल निशान में चल रहे हैं। कंज्यूमर ड्यूरेबल्स और ऑटो सूचकांक लगभग 4% नीचे चल रहे हैं। मारुति सुजुकी में 8.06%, आईसीआईसीआई बैंक में 5.56%, विप्रो में 5.24% और बीएचईएल में 5.09% की गिरावट है। डीएलएफ और आईटीसी भी करीब 4% कमजोरी पर हैं। रिलायंस इन्फ्रा, टाटा पावर और महिंद्रा एंड महिंद्रा में लगभग 3.5% की गिरावट है। लेकिन ग्रासिम इंडस्ट्रीज में 2% की मजबूती है।
शुक्रवार को लगातार पांचवें दिन डॉव जोंस की मजबूती जारी रही और इस तरह 21 नवंबर को मजबूती का दौर शुरू होने के बाद से यह अब तक करीब 17% की बढ़त हासिल कर चुका है। हालांकि शुक्रवार को डॉव जोंस में 102 अंकों की मजबूती रही, लेकिन सप्ताह के इस आखिरी कारोबारी सत्र में कारोबार की काफी कम मात्रा देखी गयी। विश्लेषक मानते हैं कि हालांकि बाजारों में कुछ हद तक विश्वास की बहाली अवश्य हुई है, लेकिन अभी भी निवेशकों को रक्षात्मक खरीदारी पर अधिक जोर देना चाहिए। जानकारों का मानना है कि इस हफ्ते जारी होने वाली कई रिपोर्टों के बाद बाजार के आत्मविश्वास का सही-सही अंदाजा लगाया जा सकेगा। एक ओर श्रम विभाग द्वारा रोजगार रिपोर्ट प्रस्तुत की जायेगी, वहीं उपभोक्ताओं के खर्च और मैन्यूफैक्चरिंग क्षेत्र के आंकड़े भी जारी किये जाने वाले हैं। शुक्रवार को नाइमेक्स में कच्चे तेल का भाव 0.01 डॉलर गिर कर 54.43 डॉलर प्रति बैरल पर बंद हुआ। आज सुबह 8 बजे एशियाई बाजारों में लाली छायी हुई है, हालांकि ताइवान वेटेड में हल्की मजबूती है।
देश की आर्थिक राजधानी मुंबई पर हुए आतंकी हमलों का करारा जवाब देते हुए शुक्रवार को भारतीय शेयर बाजार बढ़त दर्ज करने के बाद बंद हुए। हमलों के मद्देनजर एक दिन बंद रहने के बाद भारतीय शेयर बाजारों में आज गिरावट के साथ कारोबार की शुरुआत हुई। सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिन शुक्रवार को दिन भर शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव देखने को मिला और आखिरकार बाजार बुधवार के बंद स्तर की तुलना में मजबूती दर्ज करने में सफल रहे। लगभग 270 अंकों के दायरे में कारोबार करने के बाद बीएसई सेंसेक्स 66 अंक यानी 0.73% की बढ़त के साथ 9,093 पर बंद हुआ, जबकि एनएसई का निफ्टी सूचकांक 3 अंक यानी 0.10% की मजबूती के साथ 2755 पर बंद हुआ।
जुलाई-सितंबर 2008 की तिमाही में भारत के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में 7.6% की बढ़ोतरी दर्ज की गयी है, जबकि इससे ठीक पहले अप्रैल-जून की तिमाही में 7.9% की विकास दर रही थी। पिछले साल की इसी तिमाही, यानी जुलाई-सितंबर 2007 में 9.3% की ऊँची विकास दर दर्ज हुई थी। केंद्रीय सांख्यिकीय संगठन (सीएसओ) के ताजा आंकड़ों से पता चलता है कि भारतीय अर्थव्यवस्था में योगदान करने वाले सभी आठ प्रमुख क्षेत्रों के बढ़ने की दर पिछले साल की इसी अवधि की तुलना में घटी है।
मेरा मानना है कि मुंबई में आतंकवादी हमले की घटनाओं से आज के बाजार पर कोई खास असर नहीं पड़ेगा। नवंबर सीरीज में कुल मिला कर अब तक 50% से ज्यादा रोलओवर रहा है, जो पिछली बार की तरह का ही है। हालांकि इस महीने विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) की ओर से लगातार बिकवाली का रुझान दिखा है। साथ में विश्व अर्थव्यवस्था को लेकर बनी चिंताओं के असर को भी देखें, तो अभी बाजारों को एक लंबा सफर तय करना है। हमारा मानना है कि निफ्टी फिर से 2,250 के निचले स्तर को छू सकता है।
मुंबई में कोई भी बड़ी आतंकवादी घटना होने पर मन में यही ख्याल आता है कि शेयर बाजार में भी एक अफरातफरी मचेगी, लोग घबराहट में औने-पौने भावों पर बिकवाली करेंगे और सेंसेक्स में एक बड़ी गिरावट दिखेगी। हम सबके मन में एक बार फिर से 1993 की यादें कौंध जाती हैं। लेकिन ऐसे किसी भी मौके पर हमारा घबरा जाना ही वह लक्ष्य है, जो हमारा दुश्मन चाहता है। ऐसी वारदातें क्यों होती हैं, हमें डराने और घबराने के लिए ही तो। इसलिए इन घटनाओं के जवाब में हमारी पहली प्रतिक्रिया यही होनी चाहिए कि हम घबरायें नहीं। यही उम्मीद करनी चाहिए बाजार में शुरुआती डगमगाहट जो भी हो, लेकिन मुंबई में आतंकवादी हमले का शेयर भावों पर कोई खास असर नहीं रहेगा।
2.25: इस समय भारतीय शेयर बाजारों में हल्की मजबूती दिख रही है। सेंसेक्स 56 अंकों की मजबूती के साथ 9,083 पर है, जबकि निफ्टी 6 अंक ऊपर 2,758 पर है। लेकिन बीएसई मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांक में गिरावट है। बीएसई रियल्टी सूचकांक में 3% से अधिक कमजोरी है। आईटी सूचकांक में 2.5% की मजबूती है। टीसीएस के शेयरों में 5.48% की बढ़त है। बीएचईएल में 5.3%, स्टरलाइट इंडस्ट्रीज में 4.98% और एचडीएफसी में 3.76% की मजबूती है। इन्फोसिस भी लगभग 3% ऊपर चल रहा है। जयप्रकाश एसोसिएट्स में 4.32%, रिलायंस इन्फ्रा में 4.21% और टाटा मोटर्स में 2.75% की गिरावट है।
भारत की आर्थिक राजधानी मुंबई के विभिन्न होटलों में आतंकियों के हमले के बाद आज भारतीय शेयर बाजारों में होटलों के शेयरों को गिरावट की मार झेलनी पड़ रही है। सुबह 10.40 बजे जब बीएसई सेंसेक्स में केवल 13 अंकों की मामूली कमजोरी है, उस समय इंडियन होटल्स के शेयर 10.73% की गिरावट पर हैं। ताज जीवीके में 6.47%, ईआईएच लिमिटेड में 4.52% और होटल लीला वेंचर में 4.17% की गिरावट है।
महंगाई दर में लगातार तीसरे हफ्ते भी गिरावट का रुख बना रहा और 15 नवंबर को समाप्त हफ्ते में यह 0.06% घटकर 8.84% पर रह गयी। 8 नवंबर को खत्म हुए हफ्ते में महंगाई की दर 8.90% थी। करीब दो माह पूर्व सितंबर 20 को समाप्त हफ्ते में यह दर 12.13% के स्तर पर पहुंच गई थी। पिछले वर्ष इस अवधि में महंगाई दर 3.55% थी।
मुंबई में आतंकवादी हमले की बड़ी वारदातों के मद्देनजर आज गुरुवार 27 नवंबर को देश के दोनों प्रमुख शेयरों बाजारों का कामकाज बंद रहेगा। बीएसई और एनएसई, दोनों एक्सचेंजों में आज सौदे नहीं होंगे। आज ही वायदा कारोबार के सेट्लमेंट का दिन था, लेकिन अब नवंबर सीरीज के सौदों सेट्लमेंट शुक्रवार 28 नवंबर को होगा। इसके साथ ही एमसीएक्स के कमोडिटी और करंसी एक्सचेंजों को भी बंद रखने का फैसला किया गया है।