सोयाबीन वायदा (फरवरी) की कीमतों के तेजी के रुझान के साथ 3,240-3,270 के स्तर पर पहुँचने की संभावना हैं।
जबकि कीमतों को 3180 रुपये के स्तर पर सपोर्ट रह सकता है। कारोबारियों के अनुसार मिलों को आगामी दिनों में सोयामील के निर्यात में बढ़ोतरी होने की उम्मीद है इसलिए वे अपना स्टॉक जमा करने के लिए थोक मात्रा में खरीदारी कर रहे हैं। इसके अतिरिक्त सोयाबीन की पेराई मार्जिन 250 रुपये प्रति टन होने के कारण भी मिलों द्वारा किसानों को अधिक कीमतों का प्रस्ताव किया जा रहा है। इसके अतिरक्त घरेलू पॉल्ट्री उद्योग की ओर से भी बेहतर माँग के कारण सोयामील की कीमतों में बढ़ोतरी हो रही है। रिफाइंड सोया तेल वायदा (फरवरी) की कीमतों के तेजी के रुझान के साथ 739-745 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है। वैश्विक रुझानों में तेजी के साथ ही आगामी मकर सक्रांति के लिए घरेलू बाजार में बेहतर माँग के कारण बेंचमार्क इंदौर बाजार में रिफाइंड सोया तेल की हाजिर कीमतें बढ़ कर 734 रुपये प्रति 10 किलो ग्राम हो गयी है। इस बीच अर्जेटिना में सूखे मौसम के पिछले कारोबारी दिनों में सीबोट में सोया तेल वायदा की कीमतों में 3.66% की बढ़त दर्ज की गयी है। भारत सोया तेल का अधिकांश आयात अर्जेटिना से ही करता है और कीमतों में बढ़ोतरी के कारण भारत में सोया तेल की आयातित लागत भी बढ़ गयी है। सीपीओ वायदा (फरवरी) की कीमतों के 562-568 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है। मलेशियन पॉम ऑयल बोर्ड द्वारा 10 जनवरी को जारी किये जाने वाले पॉम ऑयल के माँग-आपूर्ति के आँकड़ों से पहले कारोबार सावधान रह सकते हैं। सरसों वायदा (जनवरी के 3,900-3,960 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है। कारोबारियों की नजर फसल के विकास पर है। वर्तमान समय में सरसों की खड़ी फसल की स्थिति सामान्य है और पहले बोई गयी फसलों में शुरू हो गये हैं। (शेयर मंथन, 08 जनवरी 2018)
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