सोयाबीन वायदा (मार्च) की कीमतों के 3,680-3,760 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है।
विभिन्न राज्यों में हुए सर्वे के आधर पर सोपा का अनुमान है कि खरीफ 2017 में सोयाबीन का उत्पादन अक्टूबर 2017 के 91.46 लाख टन के अनुमान की तुलना में अब 83.5 लाख टन होने का अनुमान है। इस कारण बाजार सेंटीमेंट को मदद मिल रही है। सोयामील की अच्छी खरीदारी के कारण मिलों की ओर से सोयाबीन की अधिक माँग हो रही है। रिफाइंड सोया तेल वायदा (मार्च) की कीमतों के 742-750 रुपये के स्तर पर पहुँचने की संभावना है। कारोबारियों के अनुसार सोया तेल की कुछ माँग कॉटन तेल की ओर शिफ्रट कर गयी है क्योंकि सोया तेल की तुलना में कॉटन तेल 45-50 रुपये प्रति 10 किलो ग्राम सस्ता मिल रहा है। लेकिन रुपये के मजबूत होने से सोया तेल की कीमतों में गिरावट सीमित रह सकती है। सीपीओ वायदा (फरवरी) की कीमतों के 567-575 रुपये के दायरे में स्थिर रहने की संभावना है। मलेशियन पॉम ऑयल वायदा में तेजी और नयी माँग के कारण कांडला बंदरगाह पर आरबीडी पॉमोलीन की कीमतें 3 रुपये बढ़ कर 635 रुपये 10 किलो ग्राम हो गयी हैं। कारोबारियों के अनुसार उत्तर भारत में तापमान धीरे- धीरे बढ़ रहा है और आरबीडी पॉमोलीन की खपत के लिए उपयुक्त मौसम हो गया है। सरसों वायदा (अप्रैल) की कीमतों को 4,150 के स्तर पर रेजिस्टेंस रहने की संभावना है। राजस्थान के प्रमुख बाजारों में नयी फसल की आपूर्ति और कमजोर माँग के कारण सरसों तेल और सरसों केक की कीमतों में नरमी का रुझान है। (शेयर मंथन, 09 फरवरी 2018)
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