कच्चे तेल की कीमतों में नरमी रहने की संभावना है।
ईरान पर अमेरिकी प्रतिबंध के लागू होने से पहले अमेरिका द्वारा कच्चे तेल के बाजार में आपूर्ति को बेहतर बनाये रखने के बयान के बाद ब्रेंट और अमेरिकी कच्चे तेल की कीमतों में चार वर्षो के उच्च स्तर से गिरावट हुई। ईरान पर अमेरिकी प्रतिबंध से तेल की आपूर्ति में कमी की भरपायी करने के लिये ओपेक और रूस द्वारा तेल उत्पादन में बढ़ोतरी को लेकर कोई जल्दबाजी नही देखी जा रही है। ओपेक के महासचिव ने ओपेक और अन्य सहयोगी देशों को एक-दूसरे का सहयोग करने को कहा है। एपीआई के अनुसार 21 सितंबर को समाप्त हफ्ते में अमेरिकी कच्चे तेल का भंडार 2.9 मिलियन बैरल की बढ़ोतरी के साथ 400 मिलियन बैरल हो गया है, जबकि अनुमान 1.3 मिलियन बैरल की गिरावट का था। कच्चे तेल की कीमतों को 5,230 रुपये पर सहारा और 5,310 रुपये के स्तर पर अड़चन रह सकती है।
नेचुरल गैस वायदा की कीमतों में तेजी का रुझान रहने की संभावना है और कीमतें 225 रुपये के स्तर पर पहुँच सकती है। अमेरिका में सामान्य से अधिक तापमान के बाद वातानुकूलन के लिए अधिक माँग की संभावना और गैस भंडार में कमी की आशंका से अमेरिकी नेचुरल गैस वायदा की कीमतें आठ महीने के उच्चतम स्तर पर पहुँच गयी हैं। (शेयर मंथन, 26 सितंबर 2018)
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