सोयाबीन वायदा (जनवरी) की कीमतों में 3,355 रुपये के नजदीक सहारा के साथ 3,390-3,400 रुपये तक रिकवरी दर्ज की जा सकती है।
यूएसडीए ने 2018-19 में सोयाबीन के उत्पादन अनुमान को 1.15 करोड़ टन से कम करके 1.13 करोड़ टन कर दिया है। दूसरी ओर कारोबारियों को चीन का सोयामील निर्यात की पूरी उम्मीद है। किसानों द्वारा कम कीमतों पर बिक्री कम करने से कम होती आवक और चीन एवं अमेरिका के बीच व्यापार को लेकर बातचीत के बाद चीन द्वारा अमेरिकी सोयाबीन की खरीद करने के फैसले के कारण सीबोट में बेहतर रुझानों से घरेलू सोयाबीन की कीमतों को मदद मिल रही है।
सरसों वायदा (जनवरी) में निचले स्तर पर खरीदारी हो सकती है। सरसों में 3,980 रुपये के स्तर पर अहम सहारे के साथ 4,050 रुपये के लक्ष्य के लिए खरीदारी की जा सकती है। यूएसडीए के अनुसार 2018-19 में सरसों का उत्पादन 60 लाख टन होने का अनुमान है जो पिछले वर्ष की तुलना में 4.5 लाख टन कम है। सरसों का उत्पादन क्षेत्रों 60 लाख हेक्टेयर रहने का अनुमान है जो उत्पादन क्षेत्रों में सूखे और गर्म मौसम के कारण लगभग 8% कम होगा। सरसों की उत्पादकता 1 टन प्रति हेक्टेयर रहने का अनुमान है जो पिछले वर्ष की तुलना में लगभग 7% कम होगा। इसके अतिरिक्त सरसों तेल की माँग में बढ़ोतरी होने के कारण सरसों की पेराई में भी वृद्धि हुई है और पेराई मिलें बाजारों से नाफेड के ई-नीलामी से सरसों की खरीदारी कर रही हैं।
पिछले महीने में खाद्य तेल के कम आयात और अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेजी के रुझान के कारण सीपीओ (दिसंबर) वायदा की कीमतें 503 रुपये के स्तर पर सहारा के साथ 510 रुपये तक बढ़त दर्ज कर सकती हैं। मलेशियन पॉम ऑयल की कीमतों में 2,000 रिंगिट (करीब 34,294.32 रुपये) के नजदीक सहारे के साथ 2,100-2,130 रिंगिट (करीब 36,009-36,523 रुपये) तक बढ़त दर्ज की जा सकती है। (शेयकर मंथन, 17 दिसंबर 2018)
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