कपास वायदा (अगस्त) में 21,550 रुपये के लक्ष्य के लिए 20,750 रुपये के नजदीक खरीदारी की जा सकती है।
चीन की सरकार द्वारा कई घरेलू कंपनियों को भारी शुल्क के अधीन होने के बिना अमेरिकी कपास, मक्का, ज्वार और सूअर का माँस खरीदने की मंजूरी देने की खबर के कारण कारोबारियों के बीच उम्मीद की वापसी हो रही है। यहाँ तक कि कुछ कपड़ा मिलों को 25% जवाबी शुल्क का भुगतान किये बिना कुल 50,000 टन अमेरिकी कपास खरीदने की अनुमति दी गयी है। घरेलू बाजार में पिछले सीजन में कम उत्पादन और बेहतर गुणवत्ता के कारण कपास की कीमतों में बढ़ोतरी हुई है।
कॉटन ऑयल सीड केक वायदा (अगस्त) की कीमतों में तेजी का रुझान है और कीमतें 3,250 के स्तर पर पहुँच सकती है। कपास कॉटन ऑयल सीड केक के लिए प्राथमिक कच्चा माल है और गुजरात और महाराष्ट्र के प्रमुख उत्पादक राज्यों में सूखे जैसी स्थिति है। कॉटन एसोसिएशन ऑफ इंडिया ने, पिछले 10 वर्षों में कपास की उत्पादकता सबसे कम 420 किलो ग्राम प्रति हेक्टेयर रहने के अनुमान के बाद कुल उत्पादन अनुमान में कमी की है। संगठन ने मौजूदा सीजन में 3.12 करोड़ बेल कपास उत्पादन का अनुमान लगाया है, जबकि पिछले सीजन में 3.65 करोड़ बेल कपास उत्पादन का अनुमान लगाया था।
कैस्टर सीड वायदा (अगस्त) के कीमतों के 5,420-5,590 रुपये के दायरे में कारोबार करने की उम्मीद है। कमजोर निर्यात माँग के बावजूद घरेलू स्टॉकिस्टों की ओर से बढ़ती माँग के बीच तिलहन की आवक में गिरावट के कारण कीमतों में तेज गिरावट पर रोक लग सकती है।
मेंथा तेल (अगस्त) की कीमतें 1,255-1,280 रुपये के दायरे में स्थिर रह सकती है। विदेशी खरीदारों की ओर से मेंथा तेल की बढ़ती माँग के बीच उत्तर प्रदेश के प्रमुख बाजारों में कीमतें स्थिर हैं। प्रमुख बाजार चंदौसी में, मेंथा तेल की कीमतें 1,435-1,445 रुपये प्रति किलोग्राम के दायरे में रही। (शेयर मंथन, 29 जुलाई 2019)
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