कच्चे तेल की कीमतों में तेजी का रुझान रहने की संभावना है।
तेल की कीमतों में दो दिनों की गिरावट के बाद अमेरिकी खुदरा बिक्री में बढ़ोतरी होने के बाद अमेरिकी अर्थव्यवस्था को लेकर धीमेपन की आशंका कम होने से आज बढ़ोतरी देखी जा रही है। जुलाई में अमेरिकी खुलदा बिक्री 0.7% बढ़ी। औद्योगिक समूह एपीआई द्वारा अमेरिकी कच्चे तेल के भंडार में आश्चर्यजनक बढ़ोतरी के बाद आज तेल की कीमतों में नरमी देखी जा रही है। लेकिन ओपेक और अन्य देशों द्वारा तेल उत्पादन में कटौती के कारण इस वर्ष में ब्रेंट कच्चे तेल की कीमतों में लगभग 10% की बढ़ोतरी हुई है।
जुलाई में ओपेक और अन्य देश तेल उत्पादन में कटौती को मार्च 2020 तक जारी रखने पर सहमत हो गये हैं। कच्चे तेल की कीमतों के 3,900 रुपये पर सहारे के साथ 3,980 रुपये के स्तर पर पहुँच जाने की संभावना है। ओपेक द्वारा तेल उत्पादन में कटौती की तुलना में व्यापार विवाद के कारण वैश्विक वृद्धि को लेकर अधिक सुस्ती की आशंका से तेल की कीमतों पर दबाव बना हुआ है।
नेचुरल गैस वायदा की कीमतों में रिकवरी हो सकती है और कीमतें 156 रुपये के स्तर पर सहारे के साथ 160 रुपये तक बढ़त दर्ज कर सकती हैं। अमेरिकी गैस उत्पादन के रिकॉर्ड स्तर पर रहने की तुलना में वातानुकूलन के लिए गैस की अधिक माँग की संभावना से कल अमेरिकी नेचुरल गैस वायदा की कीमतों में 5% से अधिक की बढ़त दर्ज की गयी। (शेयर मंथन, 16 अगस्त 2019)
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