हल्दी वायदा (नवंबर) में शॉर्ट कवरिंग (जवाबी खरीद) को 6,200 रुपये के नजदीक रुकावट का सामना करना पड़ सकता है।
हाजिर बाजारों में बिक्री के लिए हल्दी की आवक कम हो रही है। इरोद हल्दी मर्चेंट्स एसोसिएशन सेल्स यार्ड में फिंगर वेराइटी की कीमतें 5,931-7,244 रुपये और रूट वेराइटी की कीमतें 5,199-6,299 रुपये प्रति क्विंटल के दायरे में रहीं। रेगुलेटेड मार्केट कमिटी में फिंगर वेराइटी की कीमतें 6,089-7,055 रुपये और रूट वेराइटी की कीमतें 5,222-6,289 रुपये प्रति क्विंटल के दायरे में रहीं।
जीरा वायदा (नवंबर) की कीमतें नरमी के रुझान के साथ 16,280-16,550 रुपये के दायरे में सीमित दायरे में कारोबार करती रह सकती हैं। प्रमुख बाजार ऊंझा में सुस्त कारोबार के कारण जीरे की कीमतों में नरमी देखी जा रही है। लेकिन राजकोट में जीरे की कीमतों में स्थिरता है। ऊंझा में 8,000 बैग और राजकोट में 500 बैग जीरे की आवक हो रही है। कारोबारियों के अनुसार बाजार में खरीदार और विक्रेता दोनों ही काफी कम है। निर्यात माँग भी नही है। केवल छिटपुट स्थानीय माँग के आधर पर ही कारोबार हो रहा है।
धनिया वायदा (नवंबर) कीमतों के 6,600-6,700 रुपये के दायरे में सीमित दायरे में कारोबार करने की संभावना है। इस वर्ष कम उत्पादन और कम होते स्टॉक के बीच जोरदार माँग के कारण कीमतों में तेजी का सेंटीमेंट है।
इलायची वायदा (नवंबर) कीमतों 2,500-2,480 रुपये तक गिरावट हो सकती है। ऊँची पहाड़ियों पर अनुकूल मौसम के बाद उत्पादन में बढ़ोतरी होने की संभावना से ऑक्सन केन्द्रों पर आवक में बढ़ोतरी हो सकती है। अधिकांश कारोबारी मौजूदा अधिक कीमतों पर खरीदारी करना नहीं चाहते हैं और अधिक आवक के कारण कीमतों में गिरावट होने का इंतजार कर रहे हैं। (शेयर मंथन, 31 अक्टूबर 2019)
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