सोयाबीन वायदा (नवंबर) की कीमतों के तेजी के रुझान के साथ 3,900-3,920 रुपये के स्तर पर पहुँचने की संभावना है।
इस वर्ष लगातार बारिश के कारण सोयाबीन का उत्पादन पिछले वर्ष के अंतिम अनुमान की तुलना में 19.391 लाख टन (-17.7%) की कमी के साथ 89.941 लाख टन होने के अनुमान के कारण कीमतों में तेजी का रुझान जारी रह सकता है। वर्ष 2019 में सोयाबीन की औसत उत्पादकता 2018 के 1,009 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर की तुलना में 836 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर रहने का अनुमान है। अभी तक बाजार की नजर मौजूदा खरीफ सीजन में सोयाबीन की आवक पर टिकी हुई है।
सीबोट में अमेरिकी सोयाबीन वायदा की कीमतों में साप्ताहिक स्तर पर 1% से अधिक की बढ़त दर्ज की गयी है जो तीन हफ्ते में पहली साप्ताहिक बढ़त है। बाजार की नजर अमेरिका-चीन के बीच व्यापार करार पर होने वाले हस्ताक्षर पर है।
सरसों वायदा (नवंबर) की कीमतों के तेजी के रुझान के साथ 4,280-4,330 रुपये के दायरे में सीमित दायरे में कारोबार करने की संभावना है। जाड़ें के दिनों की माँग को पूरा करने के लिए मिलों की ओर से मांग और सीमित माँग के कारण सेंटीमेंट में बढ़ोतरी हो सकती है। आर्थिक मामलों की कैबिनेट कमिटी ने सरसों का न्यूनतम समर्थन मूल्य 225 रुपये बढ़ा कर 4,425 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया है।
सीपीओ वायदा (नवंबर) की कीमतों में 585-583 रुपये तक गिरावट दर्ज की जा सकती है, जबकि रिफाइंड सोया तेल वायदा (नवंबर) की कीमतों के 768-775 रुपये के दायरे में स्थिर कारोबार करने की संभावना है।
रिंगिट के मजबूत होने के कारण मलेशियन पॉम ऑयल की कीमतों में 19 महीने के उच्च स्तर से गिरावट हुई है और बेंचमार्क जनवरी डिलीवरी की कीमतें 0.4% की गिरावट के साथ 2,485 रिंगिट (मलेशियाई मुद्रा) पर बंद हुई है। (शेयर मंथन, 01 नवंबर 2019)
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