कॉटन वायदा (नवंबर) की कीमतों के नरमी के रुझान के साथ कारोबार करने की संभावना है और कीमतों को 19,460 रुपये के स्तर पर रुकावट रह सकती है।
पूरे देश में कपास के कारोबारी कपास के उत्पादन और आगामी महीनों में कीमतो में बदलाव को लेकर उहापोह में हैं। आगामी दिनों में आवक में बढ़ोतरी होने की संभावना है। कपास का वास्तविक उत्पादन अनुमान 10-15 नवंबर के आस-पास प्राप्त होगा। कारोबारी मौजूदा सीजन में कपास का उत्पादन 330 लाख बेल से 370 बेल के बीच होने का अनुमान लगा रहे हैं।
कमजोर निर्यात बिक्री और अमेरिका-चीन के बीच व्यापार करार को लेकर अनिश्चितता के कारण अंतर्राष्ट्रीय बाजार आईसीई में कॉटन वायदा (दिसंबर) की कीमतों में लगभग 2% की गिरावट हुई है। अमेरिकी कृषि विभाग के अनुसार बाजार वर्ष 2019-20 में 24 अक्टूबर को समाप्त हफ्ते में 1,08,100 रनिंग बेल की बिक्री हुई है, जो पिछले हफ्ते की तुलना में 23% कम है और पिछले चार हफ्ते के औसत से 39% कम है। कॉटन वायदा (दिसंबर) की कीमतें 1.93% की गिरावट के साथ 64.43 सेंट पर कारोबार कर रही हैं।
त्योहारों की खरीदारी के कारण चना वायदा (नवंबर) की कीमतों में बढ़ोतरी के बाद उच्च स्तर पर मुनाफा वसूली हो सकती है और कीमतें 4,480 रुपये से नीचे ही रह सकती है। मध्य प्रदेश के कुछ क्षेत्रों में चना की बुआई शुरू हो गयी है।
मेंथा तेल वायदा (अक्टूबर) की कीमतों को 1,190 रुपये के स्तर पर सहारा रह सकता है। जाड़े के दिनों में इस्तेमाल होने वाली दवाओं के लिए फार्मा कंपनियों की ओर से खरीदारी के कारण निचले स्तर पर खरीदारी हो सकती है। एमसीएक्स से मान्यता प्राप्त गोदामों में मेंथा तेल का स्टॉक पिछले सप्ताह के अंत में 3,47950.75 किलोग्राम पर था, जो इसके पिछले सप्ताह की तुलना में 30,241.544 किलोग्राम कम था। (शेयर मंथन, 01 नवंबर 2019)
कमजोर निर्यात बिक्री और अमेरिका-चीन के बीच व्यापार करार को लेकर अनिश्चितता के कारण अंतर्राष्ट्रीय बाजार आईसीई में कॉटन वायदा (दिसंबर) की कीमतों में लगभग 2% की गिरावट हुई है। अमेरिकी कृषि विभाग के अनुसार बाजार वर्ष 2019-20 में 24 अक्टूबर को समाप्त हफ्ते में 1,08,100 रनिंग बेल की बिक्री हुई है, जो पिछले हफ्ते की तुलना में 23% कम है और पिछले चार हफ्ते के औसत से 39% कम है। कॉटन वायदा (दिसंबर) की कीमतें 1.93% की गिरावट के साथ 64.43 सेंट पर कारोबार कर रही हैं।
त्योहारों की खरीदारी के कारण चना वायदा (नवंबर) की कीमतों में बढ़ोतरी के बाद उच्च स्तर पर मुनाफा वसूली हो सकती है और कीमतें 4,480 रुपये से नीचे ही रह सकती है। मध्य प्रदेश के कुछ क्षेत्रों में चना की बुआई शुरू हो गयी है।
मेंथा तेल वायदा (अक्टूबर) की कीमतों को 1,190 रुपये के स्तर पर सहारा रह सकता है। जाड़े के दिनों में इस्तेमाल होने वाली दवाओं के लिए फार्मा कंपनियों की ओर से खरीदारी के कारण निचले स्तर पर खरीदारी हो सकती है। एमसीएक्स से मान्यता प्राप्त गोदामों में मेंथा तेल का स्टॉक पिछले सप्ताह के अंत में 3,47950.75 किलोग्राम पर था, जो इसके पिछले सप्ताह की तुलना में 30,241.544 किलोग्राम कम था। (शेयर मंथन, 01 नवंबर 2019)
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