सोयाबीन वायदा (जून) की कीमतों के नरमी के रुझान के साथ 7,070-7,250 रुपये के दायरे में सीमित कारोबार करने की संभावना है। उच्च उत्पादन की संभावनाओं के कारण कीमतों की बढ़त पर रोक लग सकती है।
तीसरे अग्रिम अनुमान के अनुसार, 2020-21 के दौरान देश में तिलहन का कुल उत्पादन रिकॉर्ड 36.57 मिलियन टन होने का अनुमान है जो 2019-20 के दौरान 33.22 मिलियन टन के उत्पादन से 3.35 मिलियन टन अधिक है। इसके अलावा, 2020-21 के दौरान तिलहन का उत्पादन पाँच वर्षो के औसत तिलहन उत्पादन की तुलना में 6.02 मिलियन टन अधिक है। शिकागो बोर्ड ऑफ ट्रेंड सोयाबीन वायदा की कीमतें लगभग एक महीने में सबसे निचले स्तर पर लुढ़क गयी क्योंकि बारिश के कारण हाल ही में यू.एस. मिडवेस्ट खेतों में सोयाबीन की फसल के बेहतर रहने की संभावना है। अमेरिकी कृषि विभाग गुरुवार को साप्ताहिक निर्यात बिक्री का आँकड़ा जारी करने वाला है। रॉयटर्स द्वारा सर्वेक्षण किये गये विश्लेषकों को पुरानी फसल की बिक्री कम या कुछ रद्द होने की उम्मीद है, जबकि नयी फसल की बिक्री 2,25,000 और 6,00,000 टन के बीच होने की उम्मीद है।
आरएम सीड वायदा (जून) की कीमतों के नरमी के रुझान के साथ 7,150 रुपये से नीचे सीमित कारोबार करने की संभावना है। इस सप्ताह के अंत में माल और सेवा कर (जीएसटी) परिषद की बैठक से पहले, केंद्रीय तेल उद्योग और व्यापार संगठन (सीओओआईटी), वनस्पति तेल और तिलहन क्षेत्र के एक शीर्ष निकाय, ने सरकार से सरसों पर 5 प्रतिशत जीएसटी हटाने का आग्रह किया।
सरसों का तेल किसानों और उपभोत्तक्ताओं दोनों के लिए फायदेमंद है। सीओओआईटी ने सरकार से बीपीएल कार्ड धारकों को सार्वजनिक वितरण प्रणाली के माध्यम से वितरित करने के साथ-साथ बाजार के हस्तक्षेप के लिए, यदि आवश्यक हो, तो इसे भारतीय निर्माताओं से खरीदकर खाद्य तेलों का बंपर स्टॉक बनाने का भी आ“वान किया।
सोया तेल वायदा (जून) की कीमतों के 1,390-1,410 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है, जबकि अंतरराष्ट्रीय बाजार में खाद्य तेलों की कीमतों में तेजी के कारण सीपीओ वायदा (जून) की कीमतों के 1,155-1,170 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है। (शेयर मंथन, 27 मई 2021)
Add comment