बुवाई की धीमी गति और मिलों की ओर से अधिक मांग के कॉटन वायदा (जुलाई) की कीमतें तेजी का रुझान के साथ 25,000-25,300 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती है।
कल कल, हाजिर बाजारों में कपास की आवक पिछले दिनों के 5,000 गांठ (1 गांठ=170 किलोग्राम) के मुकाबले कल 4,500 गांठ हुई है। गुजरात में आवक भी 500 गांठ कम होकर 4,500 गांठ रह गयी। महाराष्ट्र, तेलंगाना, मध्य प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, कर्नाटक और ओडिशा जैसे अन्य केंद्रों में आपूर्ति नहीं थी क्योंकि यह अधिकतम आवक के सीजन का अंत है। गुजरात में, शंकर-6 किस्म की कीमत 51,000-53,000 रुपये प्रति कैंडी (1 कैंडी=355.62 किलोग्राम) के दायरे में रही जबकि महाराष्ट्र में 29-30 मिमी किस्म की कीमत 51,000-53,000 रुपये प्रति कैंडी के दायरे में रही। प्रमुख अमेरिकी बाजारों और शिकागो अनाज वायदा में नकारात्मक सेंटीमेंट के कारण आईसीई में कॉटन वायदा गुरुवार को 1% से अधिक गिर गया। दिसंबर कॉटन वायदा 0.82 प्रतिशत या 0.9% गिरकर 86.81 सेंट प्रति पौंड पर बंद हुआ है।
कच्चे तेल की कीमतों में लगातार गिरावट के कारण ग्वारसीड वायदा (जुलाई) की कीमतों के नरमी के रुझान के साथ 3,950-4,050 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है, जबकि ग्वारगम वायदा (जुलाई) की कीमतों के 6,150 रुपये तक लुढ़कने की संभावना है। अमेरिकी ऊर्जा सूचना प्रशासन ने बुधवार को 2021 में विश्व स्तर पर तेल की माँग में वृद्धि अनुमान को 80,000 बैरल प्रति दिन घटाकर 5.33 मिलियन बैरल प्रति दिन कर दिया।
चना वायदा (जुलाई) की कीमतों को 4,750 रुपये के स्तर पर सहारा रहने की संभावना है क्योंकि आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और कर्नाटक में स्टॉक सीमा के लिए नेफेड पीएसएफ ग्राम आर-19-20 के लिए नीलामी कार्यक्रम को 09-07-2021 से आगे तक के लिए स्थगित कर दिया गया है। (शेयर मंथन, 09 जुलाई 2021)
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