सोयाबीन वायदा (सितंबर) की कीमतों में शुक्रवार को थोड़ी बढ़ोतरी हुई है। कीमतों में 7,980 रुपये के स्तर पर अड़चन के साथ 7,400 रुपये के स्तर तक गिरावट जारी रहने की संभावना है।
सोयाबीन की फसल अब तक अच्छी स्थिति में है और अगले सीजन के लिए अच्छे उत्पादन के लिए एक या दो बारिश की आवश्यकता है। सोयाबीन का बुवाई क्षेत्र सामान्य बुवाई क्षेत्र की तुलना में बढ़कर 116.33 लाख हेक्टेयर हो गया है, लेकिन पिछले वर्ष की तुलना में 2.3 लाख हेक्टेयर से कम है। सरकार ने पोल्ट्री उद्योग को समर्थन देने के लिए 15 लाख टन सोयाबीन भोजन के आयात की अनुमति दी है।
हाजिर बाजारों में नरमी के कारण आरएम सीड वायदा (सितंबर) की कीमतें पिछले कारोबार में गिरावट के साथ बंद हुई। कीमतों के अब 7,800-8,200 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है। फिजिकल बाजार में, प्रोसेसर उच्च कीमतों पर खरीदारी करने में बहुत सावधानी बरत रहे हैं जिससे हाजिर माँग कम हुई है और कीमतों पर दबाव पड़ा है। दक्षिण कोरिया और थाईलैंड को अधिक निर्यात के कारण रेपसीड मील का निर्यात पिछले साल (अप्रैल-जुलाई) के 4.4 लाख टन की तुलना में 4.8 लाख टन तक बढ़ गया। उच्च स्तर से तिलहन की कीमतों में गिरावट को देखते हुये शुक्रवार को खाद्य तेल की कीमतें थोड़ी गिरावट के साथ बंद हुई। वनस्पति तेल की ऊँची कीमत के कारण इंडोनेशिया की अपने पॉम तेल आधारित बायोडीजल में अनिवार्य जैव-सामग्री को 40% तक बढ़ाने की योजना में अधिक देरी हो सकती है। खाद्य तेल की घरेलू कीमतों को कम करने के लिए सरकार ने सोयाबीन तेल और सूरजमुखी तेल के आयात शुल्क में कटौती की घोषणा की।
सोया तेल वायदा (सितंबर) की कीमतों के 1,390-1,425 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है जबकि सीपीओ वायदा (सितंबर) की कीमतों के 1,150 रुपये के स्तर पर रुकावट के साथ 1,138 रुपये के स्तर पर पहुँचने की संभावना है। (शेयर मंथन, 30 अगस्त 2021)
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