शेयर मंथन में खोजें

हल्दी और जीरे की कीमतों में गिरावट की उम्मीद - एसएमसी

उच्च स्तर पर मुनाफा वसूली के कारण हल्दी वायदा (सितंबर) कीमतों में शुक्रवार को 1.5% की गिरावट हुई है।

कीमतों में 8,370 रुपये के स्तर पर रुकावट के साथ 7,850 रुपये तक गिरावट हो सकती है। निजामाबाद बाजार में हल्दी की कीमतें 7,900 रुपये प्रति 100 किलोग्राम हो गयी हैं। घरेलू खरीदारों की ओर से माँग और निर्यात के लिए पूछताछ में बढ़ोतरी के कारण कीमतें 7,800 रुपये ऊपर बनी हुई है। सभी दक्षिणी राज्यों और महाराष्ट्र में हल्दी की फसल अच्छी स्थिति में है, इसलिए अगले सीजन में बहुत अच्छे उत्पादन की उम्मीद है। लेकिन इसके औषधीय और प्रतिरक्षा संबंधी अन्य लाभों के कारण दुनिया भर में हल्दी की माँग बढ़ गयी है।
उच्च स्तर परन थोक खरीदारों की ओर से कमजोर माँग के कारण जीरा वायदा (सितंबर) की कीमतों में शुक्रवार को गिरावट हुई है। कीमतों में 14,850 रुपये के स्तर पर बाधा के साथ 14,170 रुपये तक गिरावट हो सकती है। कीमतों में तेजी के कारण ऊँझा मंडी में आवक में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। इसलिए ऊँझा में जीरा की कीमतों में 1% से अधिक की गिरावट हुई है और कीमतें 14,700 रुपये प्रति 100 किलोग्राम हुई है। ऊँझा में लगभग 18,000-20,000 बैग की आवक हो रही है। वाणिज्य विभाग के आँकड़ों के अनुसार 2021 में जनवरी-जून के दौरान देश ने पिछले साल की समान अवधि समय के 90,000 टन की तुलना में 1.20 लाख टन से अधिक जीरा निर्यात किया है। उच्च स्तर पर मुनाफा वसूली के कारण धनिया वायदा (सितंबर) की कीमतों में गिरावट हुई है। अब कीमतों के 7,800-8,300 रुपये के दायरे में सीमित कारोबार करने की संभावना है।
शुरुआती तेजी के बाद धनिया की कीमतों में राजस्थान की जयपुर और रामगंज मंडी में भी गिरावट हुई। पिछले 15 दिनों में धनिया के भाव 7,000-8,500 रुपये तक बढ़ गये है और अब खरीदार बड़ी खरीदारी से परहेज कर रहे हैं। स्टॉकिस्टों की दिलचस्पी और मसाला मिलों द्वारा नियमित खरीद के कारण पिछले सप्ताह हाजिर बाजार में कीमतों में काफी वृद्धि हुई है और आगामी दिनों में कम बारिश के कारण बाजार को कम उत्पादन की उम्मीद है। निर्यात माँग बढ़ने से भी कीमतों में तेजी आ रही है। (शेयर मंथन, 30 अगस्त 2021)

Add comment

कंपनियों की सुर्खियाँ

निवेश मंथन पत्रिका

  • 10 शेयर 10 फंड : निवेश मंथन पत्रिका (अक्टूबर 2024)

    यह एक संयोग है कि पिछले वर्ष की दीपावली के समय भी भारतीय शेयर बाजार कुछ ठंडा पड़ा था और इस साल भी बाजार में दीपावली के समय लाली ही ज्यादा बिखरी है। लेकिन पिछली दीपावली के समय जो थोड़ी निराशा बाजार में दिख रही थी, उस समय जिन निवेशकों ने सूझ-बूझ से नया निवेश किया, उन्हें अगले 1 साल में बड़ा सुंदर लाभ हुआ।

  • आईपीओ की आँधी : निवेश मंथन पत्रिका (सितंबर 2024)

    शेयर बाजार ने हाल में नये रिकॉर्ड स्तरों की ऊँचाइयाँ हासिल की हैं। लार्जकैप, मिडकैप, स्मॉलकैप सभी तरह के शेयर खूब चले हैं, दौड़े हैं, कुछ तो उड़े भी हैं!

देश मंथन के आलेख

विश्व के प्रमुख सूचकांक

निवेश मंथन : ग्राहक बनें

शेयर मंथन पर तलाश करें।

Subscribe to Share Manthan

It's so easy to subscribe our daily FREE Hindi e-Magazine on stock market "Share Manthan"