सर्राफा की कीमतों में नरमी रहने की संभावना है क्योंकि एफओएमसी की बैठक के मिनट के सकारात्मक बयान और डॉलर के मजबूत होने के कारण कीमतों पर दबाव रह सकता है।
लेकिन सीरिया को तनाव के साथ ही अमेरिका एवं चीन के बीच व्यापार युद्ध को लेकर तनाव के कारण सुरक्षित निवेश के लिए माँग होने से कीमतों की गिरावट पर रोक लग सकती है। इस बीच घरेलू बाजार में रुपये के कारोबार से सर्राफा की कीमतें प्रभावित हो सकती है। रुपये को 65.7 के स्तर पर रेजिस्टेंस का सामना करना पड़ सकता है। एमसीएक्स में सोने की कीमतों को 30,600 रुपये के स्तर पर सहारा रह सकता है जबकि चांदी की कीमतों को 38,300 रुपये के स्तर पर सहारा रह सकता है। सोने की कीमतों को 31,400 रुपये के स्तर पर रेजिस्टेंस रह सकता है जबकि चांदी की कीमतों को 39,300 रुपये के स्तर पर रेजिस्टेंस रह सकता है। हाल ही में अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप और उनके राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों ने सीरिया को लेकर विभिन्न विकल्पों पर विचार किया है, जहां उन्होने कथित रसायनिक हमले के बाद मिसाइल हमला करने की चेतावनी दी है। रूस के राजदूत ने भी अमेरिका और रूस के बीच संघर्ष की आशंका जतायी है। ब्रिटिश प्रधनमंत्री टेरेसा ने भी सीरिया में हमले के मुद्दे पर अमेरिका का साथ देने के लिए अपने वरिष्ठ मंत्रियों से बैठक की है। मेटल फोकस के अनुसार 2018 में विश्व स्तर पर 3,969 टन सोने की माँग हो सकती है, जो पिछले वर्ष के स्तर से 1% अधिक है, लेकिन पिछले पांच वर्षो के औसत से लगभग 10% कम है। 2017 में सोने की माँग में मामूली बदलाव हुआ है। इस हफ्ते भारत में अक्षय तृतीया के शुभ अवसर पर सोने की खरीदारी में बढ़ोतरी हो सकती है। (शेयर मंथन, 16 अप्रैल 2018)
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