डॉलर के कमजोर होने के कारण सर्राफा की कीमतों में लगातार दूसरे हफ्ते बढ़ोतरी हुई।
एक नये अमेरिकी कोरोना वायरस राहत पैकेज को लेकर फिर से उम्मीद के बाद मुद्रास्फीति के मुकाबले हेज के रूप में माँग में बढ़ोतरी होने कीमतों को मदद मिली। डॉलर सूचकांक प्रमुख करेंसियों के मुकाबले लगातार दूसरे हफ्ते कमजोर हुआ है। एक अन्य राजकोषीय प्रोत्साहन के लिए नये सिरे से उम्मीद कारण डॉलर की गिरावट हुई और मुद्रास्फीति में बढ़ोतरी हुई है। ये सभी कारक सोने की कीमतों को अधिक बढ़ा रहे हैं। कोरोना वायरस सहायता योजना को लेकर हाउस स्पीकर नैन्सी पेलोसी और ट्रेजरी सेक्रेटरी स्टीवन मेनुचिन के बीच बातचीत फिर से शुरू हुई है। डेमोक्रेटिक राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार जो बिडेन की अधिक होती हुई बढ़त को भी एक बड़े आर्थिक प्रोत्साहन का रास्ता खोलने के रूप में भी देखा जा रहा है। वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल (डब्ल्यूजीसी) के अनुसार सोने के एक्सचेंज ट्रेडेड फंड्स ने 2020 के पहले नौ महीनों में मौजूदा स्टॉक में 60 बिलियन डॉलर की कीमत का 1,000 टन से अधिक का स्टॉक जमा किया है। वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल के अनुसार विश्व के केंद्रीय बैंकों ने अगस्त में खरीदे गये सोने की तुलना में अधिक सोना बेचा है जिससे डेढ़ साल के लंबे दौर से चले आ रहे सोने की खरीदारी, जिससे सोने की कीमतों में काफी मदद मिली है, का क्रम टूट गया है। इस बीच, कोरोना वायरस से आर्थिक क्षति को देखते हुये आँकड़ों से पता चलता है कि सितंबर में यूरोप क्षेत्रों की आर्थिक रिकवरी बाधित हुई है।
निवेशक अब नये अमेरिकी कोरोना वायरस राहत सहायता पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं, जिस का उद्देश्य महामारी से आर्थिक नुकसान को कम करना है। आगामी अमेरिकी चुनावों से अनिश्चितता सोने की कीमतों को मदद मिलती रहेगी। निवेशक अब अमेरिकी फेडरल रिजर्व की 15-16 सितम्बर की नीति बैठक के मिनट इंतजार कर रहे हैं। इस हफ्ते सोने की कीमतें 48,200-52,800 रुपये के दायरे में और चांदी की कीमतें 56,000-65,800 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती है जबकि कोमेक्स में सोने की कीमतें 1,865-1,940 डॉलर के दायरे में और चांदी की कीमतें 20.80-27.10 डॉलर के दायरे में कारोबार कर सकती है। (शेयर मंथन, 12 अक्टूबर 2020)
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