सोने की कीमतों को 46,400 रुपये के स्तर पर बाधा के साथ 45,900 रुपये पर सहारा रह सकता है जबकि चांदी की कीमतों में काफी अधिक उठापटक हो सकती है और कीमतों में 69,500 रुपये के स्तर पर अड़चन के साथ 68,900 रुपये पर सहारा रह सकता है।
पिछले सत्र में सात महीने के निचले स्तर पर पहुँची सोने की कीमतें डॉलर के कमजोर होने से आज बढ़त दर्ज कर रही हैं। लेकिन अमेरिकी ट्रेजरी की अधिक यील्ड के कारण कीमतों में बढ़त सीमित रही है। सोने की हाजिर कीमतें 0.3% बढ़कर 1,787.31 डॉलर प्रति औसतन के नजदीक कारोबार कर रही हैं। अमेरिकी सोना वायदा 0.4% की बढ़त के साथ 1,784.20 डॉलर पर कारोबार कर रहा है। बेंचमार्क 10 वर्षीय ट्रेजरी यील्ड कल एक साल के उच्चतम स्तर पर पहुँच गयी जबकि प्रमुख प्रतिद्वंद्वियों के मुकाबले डॉलर के कमजोर होने से अन्य मुद्राओं के धारकों के लिए सोना सस्ता हो गया। 1.9 ट्रिलियन डॉलर के कोविड-19 राहत बिल के लिए राष्ट्रपति जो बाइडेन ने शुक्रवार को एक कदम आगे बढ़ाया जबकि अमेरिकी प्रतिनिधि सभा समिति ने एक विधेयक का अनावरण किया जिसे डेमोक्रेट सदस्यों को अगले सप्ताह के अंत तक पारित होने की उम्मीद है।
फेडरल रिजर्व ने शुक्रवार को कांग्रेस को अपनी अध्रे-वार्षिक मौद्रिक नीति रिपोर्ट में कहा कि कोरोना वायरस महामारी से अर्थव्यवस्था के उभरने के बावजूद संयुक्त राज्य अमेरिका में चल रही व्यावसायिक विफलताओं का जोखिम बना हुआ है। पिछले सप्ताह जून में भारत में फिजिकल सोने की माँग बढ़ गयी थी, क्योंकि पिछले साल जून के बाद से चीन के लूनर नव वर्ष की छुट्टी के सप्ताह के बाद अन्य एशियाई केंद्रों में खरीदारी की उम्मीद है। अमेरिकी कमोडिटी वायदा ट्रेडिंग कमिशन के अनुसार 16 फरवरी को समाप्त हफ्ते में हेज फंड्स और मनी मैनेजर्स ने कोमेक्स में सोने में अपने बुलिश पोजिशन को कम किया है जबकि चांदी के कॉन्टैक्ट्स में बढ़ा दिया है चांदी की कीमतें 1.3% बढ़कर 27.56 डॉलर प्रति औसतन हो गयी। (शेयर मंथन, 22 फरवरी 2021)
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