सोने की कीमतों में नवंबर के बाद से सबसे अधिक साप्ताहिक बढ़ोतरी हुई है, जबकि निवेशक आर्थिक आँकड़ों का इंतजार कर रहे हैं जो अमेरिकी फेडरल रिजर्व की प्रोत्साहन में कटौती की नीति के बारे में स्पष्टता प्रदान कर सकते है लेकिन कमजोर डॉलर और ट्रेजरी यील्ड में कमी के कारण सर्राफा की कीमतों को मदद मिली।
आँकड़ों के प्रति कुल मिलाकर सोने की बाजार की प्रतिक्रिया बिल्कुल शान्त है क्योंकि मार्च में फेड द्वारा क्या करने की संभावना है, इसे लेकर अभी चर्चायें अभी नहीं बदली हैं। उच्च ब्याज दरों के कारण सोने की माँग होती हैं। फेड द्वारा अपनी मौद्रिक नीति को सख्त करने से इक्विटी व्यापारी घबराये हुये हैं। दिसंबर में उत्पादक कीमतों की मुद्रास्फीति धीमी हो गयी, जबकि बेरोजगारी लाभ के लिए नये दावे दाखिल करने वाले अमेरिकियों की संख्या जनवरी के पहले सप्ताह में बढ़कर आठ सप्ताह के उच्च स्तर पर पहुँच गयी। इससे संभवतः फेड अपनी आक्रामक बयानबाजी पर रोक लगा सकता है। फेड गवर्नर लेल ब्रेनार्ड यह संकेत देने वाले सबसे वरिष्ठ अमेरिकी केंद्रीय बैंकर बन गये कि फेड मार्च में ब्याज दरें बढ़ाने के लिए तैयार हो रहा है। सोने को मुद्रास्फीति के मुकाबले बचाव माना जाता है, लेकिन सोने की कीमतें अमेरिकी ब्याज दरों के प्रति अत्यधिक संवेदनशील होती है, जो गैर-यील्ड वाले सर्राफा को रखने की अवसर लागत को बढ़ाती है। टेक्निकल स्तर पर, कॉमेक्स में सोने की कीमतें 1,820 डॉलर के मनोवैज्ञानिक स्तर से ऊपर कारोबार कर रही है, जो छोटी अवधि में यह सकारात्मक दिखता है और कीमतें 1,840-1,845 डॉलर तक बढ़त दर्ज कर सकती है जबकि 1,780 डॉलर के स्तर के पास सहारा रह सकता है। कॉमेक्स में चांदी की कीमतें भी सकारात्मक रुख के साथ कारोबार कर सकती है और सोने के नक्शेकदम पर चलते हुये 22.60 डॉलर पर सहारा के साथ 24.30 डॉलर के स्तर पर पहुँच सकती है।
एमसीएक्स पर सोने की कीमतें सकारात्मक रुख के साथ कारोबार कर सकती है जहाँ इसे 46,600 रुपये के करीब सहारा रह सकता है और 49,100 रुपये के करीब बाधा का सामना करना पड़ सकता है। चांदी की कीमतें 60,600-64,500 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती है। (शेयर मंथन, 17 जनवरी 2022)
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