खुदरा महँगाई दर जनवरी में 19 माह के निचले स्तर 2.05% पर पहुँच गयी, जिससे अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपये में 26 पैसे की मजबूती देखी गयी और डॉलर के मुकाबले रुपया मजबूत होकर 70.44 पर पहुँच गया।
विदेशों में कुछ मुद्राओं के मुकाबले डॉलर में कमजोरी के कारण निवेशकों ने अपना ध्यान अमेरिकी-चीन व्यापार की उम्मीद के बीच जोखिमपूर्ण परिसंपत्ति पर स्थानांतरित कर दिया, साथ ही रुपये में मजबूती की ओर रुझान का समर्थन किया।
खनन क्षेत्र में संकुचन और विनिर्माण क्षेत्र के खराब प्रदर्शन के कारण औद्योगिक उत्पादन वृद्धि दिसंबर 2018 में 2.4% पर बनी रही।
अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया मंगलवार को 48 पैसे की बढ़त के साथ 70.70 के एक महीने के उच्च स्तर पर पहुँच गया था। पिछले छह कारोबारी सत्रों में रुपया 110 पैसे मजबूत हुआ है। बीएसई सेंसेक्स 0.51% यानी 184.68 अंक बढ़ कर 36,338.30 पर कारोबार करता हुआ देखा गया। (शेयर मंथन, 13 फरवरी 2019)