कच्चे तेल की कीमतों में अस्थिरता रहने की संभावना है, जबकि ओपेक की आज होने वाली बैठक के फैसले से कीमतों को मदद मिल सकती है।
कुल मिलाकर कच्चे तेल की कीमतें 3,650-3,800 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती हैं। आज वियना में होने वाली ओपेक देशों की बैठक में तेल उत्पादन में कटौती को मार्च 2018 के बाद भी जारी रखने पर विचार-विमर्श और फैसले से तेल बाजार में सतर्कता देखी जा रही है। तेल उत्पादन में कटौती को जारी रखने पर सभी देश सहमत हैं। लेकिन कटौती की अवधि को लेकर अनिश्चितता बरकरार है। ओपेक और रुस के लिए सबसे बड़ी समस्या अमेरिकी कच्चे तेल का बढ़ता उत्पादन है। नेचुरल गैस वायदा की कीमतें बढ़क के साथ खुल सकती है। ईआईए के भांडर आँकड़ों से कीमतों को दिशा मिल सकती है। कुल मिलाकर कीमतें 2017-2018 रुपये के दायरे में साइडवेज कारोबार कर सकती हैं। (शेयर मंथन, 30 नवंबर 2017)