कच्चे तेल की कीमतें 3,660-3,730 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती हैं।
अमेरिकी तेल रिगों की संख्या में बढ़ोतरी के साथ ही अमेरिकी कच्चे तेल के उत्पादन में वृद्धि की संभावना से आज तेल की कीमतों में गिरावट हुई है। निवेशकों की सबसे बड़ी चिंता यह है कि अमेरिकी कच्चे तेल के उत्पादन में वृद्धि की संभावना से ओपेक के तेल उत्पादन में कटौती का असर समाप्त हो सकता है। ओपेक और रूस तेल उत्पादन में कटौती को 2018 के अंत तक जारी रखने पर सहमत हुए हैं। 8 दिसम्बर तक अमेरिकी तेल रिंगों की संख्या बढ़कर 751 हो गयी है जो सितंबर के बाद सबसे अधिक है। नेचुरल गैस वायदा में थोड़ी शार्ट कवरिंग हो सकती है और कीमतें 178-186 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती हैं। (शेयर मंथन, 11 दिसंबर 2017)