कच्चे तेल की कीमतों में तेजी रह सकती है और कीमतें 3,650-3,760 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती है।
औद्योगिक आँकड़ों के अनुसार अमेरिकी कच्चे तेल के भंडार में अनुमान से अधिक निकासी के कारण आज एशियाई कारोबार में तेल की कीमतों में बढ़ोतरी हुई है। गैसोलीन के भंडारी में 2.3 मिलियन बैरल की बढ़ोतरी हुई है, जबकि अनुमान 2.5 मिलियन बैरल की बढ़ोतरी का था। डिस्टीलेट ईंधन का भंडार 1.5 मिलियन बैरल बढ़ा है, जबकि अनुमान 9,02,000 बैरल की बढ़ोतरी का था। लेकिन अमेरिकी ऊर्जा विभाग द्वारा 2018 में अमेरिकी कच्चे तेल का उत्पादन रिकाँर्ड 10.02 मिलियन बैरल के उच्च स्तर पर पहुंच जाने की रिपोर्ट के बाद कल तेल की कीमतों में बिकवाली बढ़ गयी। निवेशकों की सबसे बड़ी चिंता यह है कि अमेरिकी कच्चे तेल के उत्पादन में वृद्धि की संभावना से ओपेक के तेल उत्पादन में कटौती का असर समाप्त हो सकता है। नेचुरल गैसे वायदा की कीमतें 178-186 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती हैं। (शेयर मंथन, 13 दिसंबर 2017)