कच्चे तेल की कीमतें 3,700-3,765 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती है।
ओपेक द्वारा उत्पादन में कटौती जारी रखने और विश्व स्तर पर बेहतर माँग की संभावना से ब्रेंट कच्चे तेल की कीमतें 2015 के उच्च स्तर पहुँचने के बाद आज तेल की कीमतों में स्थिरता है। ओपेक और रूस सहित अन्य गैर-ओपेक देश तेल की कीमतों की तेज मदद करने के लिए 2018 के अंत तक उत्पादन में कटौती जारी रखेंगे। ओपेक सदस्य इराक के तेल मंत्री ने कहा है कि 2018 की पहली तिमाही में माँग और आपूर्ति के बीच संतुलन स्थापित हो सकता है। एनालिस्टों का अनुमान है कि 2018 के अंत तक या 2019 में विश्व स्तर पर तेल की माँग 100 मिलियन बैरल प्रति दिन के स्तर को पार कर सकती है। नेचुरल गैस वायदा की कीमतों में तेजी रह सकती है और कीमतें 167-176 रुपये के दायरें में कारोबार कर सकती हैं। अमेरिकी में जनवरी में सामान्य से कम तापमान रहने के अनुसार के कारण माँग में बढ़ोतरी के अनुमान से अमेरिकी नेचुरल गैस वायदा की कीमतों में 10 महीने के निचले स्तर से लगभग 3% की उछाल दर्ज की गयी है। (शेयर मंथन, 26 दिसंबर 2017)