कच्चे तेल की कीमतें बढ़त के साथ खुल सकती है।
अमेरिका और चीन के बीच व्यापार को लेकर विवाद के बीच अमेरिकी कच्चे तेल के भंडार में बढ़ोतरी के कारण कल तेल की कीमतों में गिरावट के बाद आज बढ़त देखी जा रही है। आज एशियाई कारोबार में तेल की कीमतों में नरमी देखी जा रही है। कच्चे तेल की कीमतों को 4,600 रुपये के नजदीक सहारा और 4,680 रुपये के स्तर पर अड़चन रह सकती है। विश्व स्तर पर व्यापार को लेकर तनाव का असर तेल की कीमतों पर भी पड़ रहा है, क्योंकि बाजार में वैश्विक धीमेपन की आशंका है। अमेरिका द्वारा चीन के 200 बिलियन डॉलर सामानों में 25% टैरिफ लगाये जाने से विश्व स्तर पर तनाव बढ़ता जा रहा है।
अमेरिकी ऊर्जा विभाग के अनुसार 27 जुलाई को समाप्त हफ्ते में अमेरिकी कच्चे तेल के भंडार में 3.8 मिलियन बैरल की बढ़ोतरी हुई है।
नेचुरल गैस की कीमतों के सीमित दायरे में रहने की संभावना है और कीमतों को 194 रुपये के स्तर पर बाधा और 188 रुपये के स्तर पर सहारा रह सकता है। अगले दो हफ्ते में तापमान कम रहने के अनुमान के कारण माँग में कमी की संभावना से कल अमेरिकी नेचुरल गैस वायदा की कीमतों में गिरावट हुई है। अब गैस के साप्ताहिक भंडार के आँकड़ों से कीमतों को दिशा मिल सकती है। (शेयर मंथन, 02 अगस्त 2018)