कच्चे तेल की कीमतें गिरावट के साथ खुल सकती है।
कच्चे तेल की कीमतों को 4,580 रुपये के नजदीक सहारा और 4,660 रुपये के स्तर पर अड़चन रह सकती है। एशिया के दो बड़े तेल आयातकों चीन और भारत की ओर से तेल की माँग अनुमान से धीमी गति से बढ़ रही है, जिसके कारण व्यापार तनाव के बीच विश्व स्तर पर तेल की कीमतों पर दबाव पड़ रहा है। इसके साथ ही अमेरिकी कच्चे तेल के उत्पादन और भंडार में बढ़ोतरी और एशिया के विकासशील देशों में लगातार कमजोरी के कारण सेंटीमेंट पर दबाव पड़ रहा है। चीन के वाणिज्य मंत्रालय ने कहा है कि वह अगस्त के अंत तक व्यापार के मसले पर बातचीत करने के लिए एक प्रतिनिधि मंडल अमेरिका भेजेगा।
नेचुरल गैस की कीमतों में नरमी का रुझान रहने की संभावना है और कीमतों को 207 रुपये के स्तर पर अड़चन और 202 रुपये के स्तर पर सहारा रह सकता है। अमेरिका में अगले दो हफ्ते में कम तामपान के अनुमान के साथ ही रिकॉर्ड गैस उत्पादन के कारण अमेरिकी नेचुरल गैस वायदा की कीमतों में गिरावट हुई है। (शेयर मंथन, 16 अगस्त 2018)