कच्चे तेल में निचले स्तर पर शॉर्ट कवरिंग (जवाबी खरीद) हो सकती है।
कच्चे तेल की कीमतों को 4,550 रुपये के नजदीक सहारा और 4,630 रुपये के स्तर पर अड़चन रह सकती है। विश्व स्तर पर आर्थिक वृद्धि में धीमेपन की आशंका के कारण पेट्रोलियम की माँग में कमी आने और भंडार में बढ़ोतरी की संभावना से अमेरिकी कच्चा तेल वायदा की कीमतें सातवें साप्ताहिक गिरावट की ओर अग्रसर हैं। बुधवार को जारी अमेरिकी कच्चे तेल के भंडार के आँकड़ों से पता चलता है कि ईंधन की माँग कम हुई है जबकि तुर्की के संकट के बीच औद्योगिक कमोडिटीज की बिकवाली का असर भी कच्चे तेल की कीमतों पर पड़ रहा है। चीन और अमेरिका ने एक-दूसरे के खिलाफ कई चरणों में व्यापार टैरिफ लगा दिया है, जिससे विश्व स्तर पर आर्थिक वृद्धि में मंदी की आशंका बढ़ गयी है।
नेचुरल गैस की कीमतों में नरमी का रुझान रहने की संभावना है और कीमतों को 206 रुपये के स्तर पर अड़चन और 201 रुपये के स्तर पर सहारा रह सकता है। अमेरिकी गैस के भंडार में अनुमान से अधिक बढ़ोतरी के बाद अमेरिकी नेचुरल गैस वायदा की कीमतों में 1% से अधिक की गिरावट हुई है। (शेयर मंथन, 17 अगस्त 2018)