कच्चे तेल की कीमतों में नरमी का रुझान रहने की संभावना है।
इस हफ्ते जी-20 और अगले हफ्ते में ओपेक की वियना में होने वाली बैठक से पहले सऊदी अरब के रिकॉर्ड तेल उत्पादन के कारण आज तेल की कीमतों में नरमी देखी जा रही है। कच्चे तेल की कीमतों को 3,600 रुपये पर सहारा और 3,750 रुपये के स्तर पर बाधा रह सकती है। तेल उत्पादन और बाजार को लेकर सभी अहम फैसले अमेरिका, रूस और सऊदी अरब द्वारा लिये जा रहे हैं, जिसके कारण ओपेक अब हाशिये पर चला गया है। इस वर्ष तेल की कीमतों में हुई तेज गिरावट और और बढ़ोतरी का मुख्य कारण इन तीन देशों द्वारा उत्पादन को लेकर लिये गये फैसले रहे हैं। ये तीनों देश लगभग 36 मिलियन बैरल प्रति दिन तेल का उत्पादन करते है, जबकि सऊदी अरब को छोड़कर शेष ओपेक देश 27 मिलियन बैरल/दिन तेल का उत्पादन करते है।
इस बीच नेचुरल गैस वायदा की कीमतों के गिरावट के साथ खुलने की संभावना है और कीमतें 295-320 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती है। (शेयर मंथन, 27 नवंबर 2018)