कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट होने की संभावना है।
अमेरिका में इस वर्ष में तेल रिगों की संख्या में पहली बार बढ़ोतरी के कारण कच्चे तेल के उत्पादन में बढ़ोतरी की संभावना से आज तेल की कीमतों में नरमी देखी जा रही है। बेकर ह्यूज के अनुसार 2019 में पहली बार रिगों की संख्या 10 बढ़ कर 862 हो गयी है। अब चिंता इस बात को लेकर है कि क्या इस वर्ष तेल की माँग में बढ़ोतरी संभव होगी?
कच्चे तेल की कीमतों को 3,750 रुपये के स्तर पर सहारा रह सकता है और 3,845 रुपये तक बढ़त दर्ज की जा सकती है। तेल की खपत में लगातार बढ़ोतरी हो रही है और 2019 में पहली बार 10 करोड़ बैरल के स्तर को पार कर गयी है। इस बीच ओपेक द्वारा तेल उत्पादन में कटौती जारी हो गयी है।
नेचुरल गैस की कीमतों में गिरावट जारी रह सकती है और कीमतें 200-225 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती है। (शेयर मंथन, 28 जनवरी 2019)
कच्चे तेल की कीमतों को 3,750 रुपये के स्तर पर सहारा रह सकता है और 3,845 रुपये तक बढ़त दर्ज की जा सकती है। तेल की खपत में लगातार बढ़ोतरी हो रही है और 2019 में पहली बार 10 करोड़ बैरल के स्तर को पार कर गयी है। इस बीच ओपेक द्वारा तेल उत्पादन में कटौती जारी हो गयी है।
नेचुरल गैस की कीमतों में गिरावट जारी रह सकती है और कीमतें 200-225 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती है। (शेयर मंथन, 28 जनवरी 2019)