बेस मेटल की कीमतों के सीमित दायरे में रहने की संभावना है।
चीन द्वारा इस वर्ष बजट घाटा अनुपात को 2018 के 2.6% से बढ़ा कर 2.8% करने का फैसला अर्थव्यवस्था के अनुकूल है। तांबे की कीमतों को 458 रुपये पर बाधा के साथ 450 रुपये सहारा रह सकता है। बढ़ते भंडार और प्रीमियम में गिरावट के कारण लंदन में तांबे की कीमतें साप्ताहिक गिरावट की ओर अग्रसर हैं। एलएमई के रजिस्टर्ड वेयर हाउसों में तांबे का भंडार बुधवार के 1,16,872 टन से बढ़ कर 1,20,075 टन हो गया है।
जिंक की कीमतों के 195 रुपये के स्तर पर बाधा के साथ 191 रुपये और लेड की कीमतों में 145 रुपये तक गिरावट होने की संभावना है। निकल की कीमतें 930 रुपये के स्तर पर रुकावट के साथ 915 रुपये पर पहुँच सकती हैं। एल्युमीनियम (मार्च) की कीमतों के 143-145 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है।
चीन में कम होती माँग और बढ़ते भंडार के कारण शंघाई में एल्युमीनियम की कीमतों में लगातार तीसरे दिन गिरावट हुई है। विश्व की सबसे बड़ी एल्युमीनियम उत्पादक रूसल ने कहा है कि 2019 में विश्व स्तर पर एल्युमीनियम की माँग 3.7% की बढ़ोतरी के साथ 6.8 करोड़ टन हो जाने का अनुमान है। (शेयर मंथन, 08 मार्च 2019)