कच्चे तेल की कीमतों में तेजी रहने की संभावना है।
ईरान और वेनेजुएला पर अमेरिकी प्रतिबंध के बीच ओपेक और रूस द्वारा तेल उत्पादन में कटौती जारी रखने के कारण तेल की कीमतों को मदद मिल रही है। कच्चे तेल की कीमतों में 4,350 रुपये पर सहारे के साथ 4,450 रुपये तक बढ़त दर्ज की जा सकती है। ईरान और वेनेजुएला पर अमेरिकी प्रतिबंध के बीच ओपेक और रूस द्वारा तेल उत्पादन में कटौती जारी रखने के कारण इस वर्ष तेल की कीमतों में एक-तिहाई बढ़ोतरी हुई है। विश्व बाजार में तेल की आपूर्ति कम हो रही है, क्योंकि तेल की कीमतों को तेजी प्रदान करने के लिए ओपेक और रूस सहित कुछ गैर-ओपेक देश इस वर्ष जनवरी से ही तेल उत्पादन में 12 लाख बैरल प्रति दिल की कटौती कर रहे हैं।
वेनेजुएला का तेल उत्पादन पिछले वर्ष अक्टूबर के 11.9 लाख बैरल प्रति दिन से कम होकर मार्च तक 8,90,000 बैरल प्रति दिन रह गया है, जबकि ईरान का तेल उत्पादन 33.3 लाख बैरल प्रति दिन से कम होकर 27.1 लाख बैरल प्रति दिन रह गया है।
नेचुरल गैस वायदा में उछाल दर्ज किये जाने की संभावना है। गैस की कीमतों को 182 रुपये के स्तर पर सहारा रह सकता है और कीमतें 188 रुपये तक बढ़त दर्ज कर सकती हैं। (शेयर मंथन, 12 अप्रैल 2019)
वेनेजुएला का तेल उत्पादन पिछले वर्ष अक्टूबर के 11.9 लाख बैरल प्रति दिन से कम होकर मार्च तक 8,90,000 बैरल प्रति दिन रह गया है, जबकि ईरान का तेल उत्पादन 33.3 लाख बैरल प्रति दिन से कम होकर 27.1 लाख बैरल प्रति दिन रह गया है।
नेचुरल गैस वायदा में उछाल दर्ज किये जाने की संभावना है। गैस की कीमतों को 182 रुपये के स्तर पर सहारा रह सकता है और कीमतें 188 रुपये तक बढ़त दर्ज कर सकती हैं। (शेयर मंथन, 12 अप्रैल 2019)