कच्चे तेल की कीमतों के सीमित दायरे में रहने की संभावना है।
मध्य-पूर्व में बढ़ते तनाव और चीन और अमेरिका के बीच व्यापार वार्ता में प्रगति की उम्मीद के बाद शुक्रवार को तेल की कीमतों में 2% की तेजी के बाद आज कीमतों में मामूली बदलाव देखा जा रहा है। कच्चे तेल की कीमतें 3,740 रुपये पर सहारे के साथ 3,880 रुपये स्तर पर पहुँच सकती है। लाल सागर में सऊदी अरब के तट पर ईरान के तेल टैंकर पर हमले के बाद शुक्रवार को तेल की कीमतों में बढ़त दर्ज की गयी थी।
अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा है कि चीन के साथ व्यापार युद्ध के अंत के लिए पहले दौर का करार पूरा हो चुका है और 15 अक्टूबर से लगाये जाने वाले शुल्क को टाल दिया गया है और चीन ने अमेरिकी कृषि उत्पादों की खरीद को बढ़ाकर दोगुना करने का वादा किया है।
नेचुरल गैस वायदा में निचले स्तर पर शॉर्ट कवरिंग (जवाबी खरीद) हो सकती है और कीमतों में 159 रुपये के स्तर पर सहारे के साथ 169 रुपये तक बढ़त दर्ज की जा सकती हैं। अमेरिका में ठंडे मौसम के अनुमान के बाद माँग में बढ़ोतरी के बावजूद अमेरिकी नेचुरल गैस भंडार के दो वर्षों में पहली बार सामान्य स्तर पर पहुँचने के कारण अमेरिकी नेचुरल गैस वायदा की कीमतों में 6 हफ्ते के निचले स्तर पर गिरावट हुई है। (शेयर मंथन, 15 अक्टूबर 2019)