कच्चे तेल में उच्च स्तर पर मुनाफा वसूली होने की संभावना है।
औद्योगिक आँकड़ों के अनुसार अमेरिकी कच्चे तेल के भंडार में अनुमान से अधिक बढ़ोतरी के कारण तेल की कीमतों में गिरावट हुई है, लेकिन चीन और अमेरिका के बीच व्यापार करार होने की संभावना से कीमतों की गिरावट पर थोड़ी रोक लगी। एपीआई के अनुसार 1
नवंबर को समाप्त हफ्ते में अमेरिकी कच्चे तेल का भंडार 43 लाख बैरल की बढ़ोतरी के साथ 44.05 करोड़ बैरल हो गया है। तेल भंडार में यह बढ़ोतरी एनालिस्टों के अनुमान 15 लाख बैरल से लगभग तीन गुना है।
कच्चे तेल की कीमतें 4,070 के स्तर पर बाधा के साथ 3,950 रुपये पर पहुँच सकती हैं। ईआईए द्वारा अमेरिकी तेल भंडार के सरकारी आँकड़ों आज जारी किये जायेगें। चीन और अमेरिका के बीच व्यापार करार होने की संभावना से कीमतों की गिरावट पर रोक लगी है। लेकिन अगले पांच वर्षों में अमेरिकी तेल उत्पादन में बढ़ोतरी के कारण ओपेक से आपूर्ति कम होने का अनुमान लगाया है।
ठंडे मौसम के कारण नेचुरल गैस वायदा की कीमतों में बढ़त जारी रह सकती है और कीमतों में 200 रुपये के स्तर पर सहारा के साथ 206 रुपये तक बढ़त दर्ज की जा सकती हैं। (शेयर मंथन, 06 नवंबर 2019)