कच्चे तेल की कीमतों के तेजी के रुझान के साथ सीमित दायरे में रहने की संभावना है।
चीन में कोरोनोवायरस से निपटने को लेकर मेडिकल खोज की अपुष्ट खबरों के कारण आज कच्चे तेल की कीमतों में लगातार दूसरे दिन बढ़त देखी जा रही है। कोरोनोवायरस पर नियंत्राण होने से चीन में आर्थिक नुकसान पर रोक लग सकता है और तेल की माँग में कमी पर भी रोक लग सकती है।
ईआईए के अनुसार अमेरिकी गैसोलीन और डीजल के भंडार में अनुमान से अधिक कमी के कारण भी तेल की कीमतों को मदद मिल रही है। लेकिन कच्चे तेल का भंडार 3.4 मिलियन बैरल के अनुमान से अधिक बढ़कर 435 मिलियन बैरल हो गया है।
कोरोनोवायरस के प्रकोप के कारण चीन में कच्चे तेल और लिक्वीफाइड नेचुरल गैस की बिक्री में भारी गिरावट के साथ कमोडिटी की आपूर्ति बुरी तरह से प्रभावित हुई है।
कच्चे तेल की कीमतें 3,650 रुपये के स्तर पर सहारा के साथ 3,750 रुपये पर पहुँच सकती हैं। नेचुरल गैस वायदा की कीमतों में रिकवरी दर्ज की जा सकती है और कीमतें 132 रुपये के स्तर पर सहारा के साथ 137 रुपये के स्तर पर पहुँच सकती है।
अमेरिका में फरवरी के मध्य में पिछले अनुमान की तुलना में कम ठंड के अनुमान के बाद गैस की माँग कम होने की आशंका से कल अमेरिकी नेचुरल गैस वायदा की कीमतों में चार वर्षो के निचले स्तर पर गिरावट हुई है। (शेयर मंथन, 06 फरवरी 2020)