कच्चे तेल की कीमतों के नरमी के रुझान के साथ सीमित दायरे में कारोबार करने की संभावना हैं और कीमतों को 3,140 रुपये के स्तर पर रुकावट के साथ 2,940 रुपये के स्तर पर सहारा रह सकता है।
डॉलर के कमजोर होने के बावजूद निवेशकों का ध्यान कमजोर माँग और ईंधन की पर्याप्त आपूर्ति पर होने के कारण तेल की कीमतों में आज नरमी है और कीमतें साप्ताहिक गिरावट की ओर अग्रसर हैं। रिफाइनिटिव इकोन के आँकड़ों के अनुसार, दुनिया में कच्चे तेल के सबसे बड़े आयातक देश में आयात होने वाली कच्चे तेल की मात्रा पाँच महीने तक बढ़ने के बाद सितंबर में धीमी हो गयी है, क्योंकि इसके रिफाइनरों ने तेल भंडार को जमा कर लिया है। संयुक्त राज्य अमेरिका में, रिफाइनरों द्वारा उत्पादन को जल्दी बढ़ावा देने की संभावना नहीं है। कम मार्जिन के कारण कच्चे तेल की कीमतों में तेजी पर रोक लगने की संभावना है।
नेचुरल गैस की कीमतों में बिकवाली का दबाव रह सकता है और कीमतों में 185 रुपये के स्तर पर अड़चन के साथ 178 रुपये के स्तर तक गिरावट हो सकती है। अमेरिकी ऊर्जा विभाग के अनुसार 28 अगस्त को समाप्त हफ्ते में अमेरिकी नेचुरल गैस का 35 बीसीएफ बढ़कर 3,455 बीसीएफ हो गया है। (शेयर मंथन, 04 सितंबर 2020)